लिफ्टिग व किसानों को अदायगी सुस्त, मंडियों में लगे फसलों के अंबार

सरकार भले ही मंडियों में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी पेश न आने के दावे कर रही है जबकि दूसरी तरफ बारदाने की किल्लत से लेकर किसानों को अदायगी न होने के कारण किसान व आढ़ती दोनों ही परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:51 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:51 PM (IST)
लिफ्टिग व किसानों को अदायगी सुस्त, मंडियों में लगे फसलों के अंबार
लिफ्टिग व किसानों को अदायगी सुस्त, मंडियों में लगे फसलों के अंबार

जागरण संवाददाता, संगरूर : सरकार भले ही मंडियों में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी पेश न आने के दावे कर रही है, जबकि दूसरी तरफ बारदाने की किल्लत से लेकर किसानों को अदायगी न होने के कारण किसान व आढ़ती दोनों ही परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। जिले में करीब 6 लाख 24 हजार 786 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है, लेकिन अभी भी किसानों का करोड़ों रुपये की अदायगी नहीं हो पाई है। करीब चार लाख मीट्रिक टन गेहूं की लिफ्टिग बाकी है, जिस कारण मंडियों में बोरियों व गेहूं के अंबार लग गए हैं। वहीं हैरानी की बात यह है कि प्रशासन से लेकर अधिकारी तक स्थिति पर चुप्पी साझे बैठे हैं और किसान समस्याओं से परेशान होकर सड़कों पर उतर रहे हैं। जिले में 6.24 लाख एमटी की हुई खरीद:-

डिप्टी कमिश्नर रामवीर ने बताया कि जिला संगरूर की विभिन्न मंडियों में अब तक 6 लाख 62 हजार 870 मीट्रिक टन गेहूं की आमद हुई है। इसमें से 6 लाख 24 हजार 786 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद एजेंसियों ने कर ली है। 2 लाख 30 हजार 47 मीट्रिक टन गेहूं की लिफ्टिग हो चुकी है। 3.83 लाख मीट्रिक टन की लिफ्टिग बाकी:-

जिले में बेशक प्रशासन लिफ्टिग की प्रक्रिया पूरे जोरों पर चलने के दावे कर रहा है, लेकिन दूसरी तरफ जिले की अनाज मडियों में करीब चार लाख टन गेहूं की लिफ्टिग होनी अभी बाकी है। पनग्रेन का 1 लाख 90 हजार, एफसीआई का 3295 मीट्रिक टन, मार्कफेड का 73400 मीट्रिक टन, पनसप का 81 हजार 395 मीट्रिक टन, वेयरहाउस 34 हजार 880 मीट्रिक टन गेहूं की लिफ्टिग अधर में लटकी है। आढ़तियों का कहना है कि बारदाना पर्याप्त मात्रा में न मिलने के कारण ही अनाज बोरियों में नहीं भरा जा रहा है, जिस कारण लिफ्टिग रुकी हुई है। कैप्टन सरकार हुई फेल, मंड़ियों में परेशान किसान:- गर्ग

संगरूर के पूर्व विधायक व शिअद (ब) के सीनियर नेता बाबू प्रकाश चंद गर्ग ने मंडियों का दौरा किया। कहा कि पंजाब सरकार का कुप्रबंधों के कारण आज मंडियों में किसान परेशानी के दौर से गुजर रहे है। लिफ्टिंग नहीं हो रही और बारदाना आढ़तियों को नहीं मिल रहा। मंडियों में फसल के अंबार लगे हैं, जिससे आढ़ती व किसान दोनों परेशान हैं, जबकि प्रशासन से लेकर सरकार के मंत्री दावा कर रहे हैं कि मंडियों में किसी प्रकार की परेशानी नहीं है। गेहूं के सीजन को आरंभ हुए दस दिन का समय गुजर गया है, लेकिन किसानों के खातों में अभी तक गेहूं की पेमेंट नहीं आई है। अगर अगले दिनों में हालात न सुधरे तो मजबूरन किसानों व आढ़तियों के साथ शिअद (ब) सड़कों पर उतरेगा।

- नहीं मिल रही पेमेंट, आढ़ती व किसान परेशान: चीमा

आढ़ती एसोसिशएन पंजाब के प्रधान रविदर चीमा ने कहा कि पेमेंट न मिलने व बारदाने की कमी के कारण पंजाब भर की मंडियों में आढ़ती व किसान परेशान हैं, लेकिन सरकार दावे कर रही है कि गेहूं की सीजन बहुत बढि़या चल रहा है। अभी तक गेहूं की फसल बेच चुके कुल किसानों को कुछ फीसदी किसानों को ही पेमेंट मिली है। जिला संगरूर की बात करें तो करीब 80 करोड़ रुपये तक का बकाया है, जिसकी पेमेंट का किसान इंतजार कर रहे हैं। - रिकार्ड की त्रुटियों कारण अदायगी अटकी :- चोपड़ा

संगरूर के डीएफएससी टीएस चोपड़ा ने जिले में किसानों को गेहूं की अदायगी की रफ्तार धीमी होने बाबत कहा कि किसानों का रिकार्ड पोर्टल पर अप्लोड हो रहा है। दस्तावेज व पोर्टल पर नाम में कुछ त्रुटियां होने के कारण अदायगी रुक जाती है, जिसके चलते जल्द ही इस समस्या को हल कर लिया जाएगा, जिसके बाद पेमेंट किसानों को मिल जाएगी। अगले दिनों में समस्या का समाधान हो जाएगा।

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