कोरोना की जांच के बाद घर आए व्यक्ति ने नस काटकर की आत्महत्या

नंगल के निकट हिमाचल के सीमावर्ती गाव बनगढ़ में 36 वर्षीय अल्पसंख्यक वर्ग से संबंधित व्यक्ति ने कोरोना की जांच के बाद घर आकर हाथ की नस काट आत्महत्या कर ली हालांकि उसकी रिपोर्ट भी नेगिटिव आई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Apr 2020 11:17 PM (IST) Updated:Mon, 06 Apr 2020 06:09 AM (IST)
कोरोना की जांच के बाद घर आए व्यक्ति ने नस काटकर की आत्महत्या
कोरोना की जांच के बाद घर आए व्यक्ति ने नस काटकर की आत्महत्या

जागरण संवाददाता, नंगल : नंगल के निकट हिमाचल के सीमावर्ती गाव बनगढ़ में 36 वर्षीय अल्पसंख्यक वर्ग से संबंधित व्यक्ति ने कोरोना की जांच के बाद घर आकर हाथ की नस काट आत्महत्या कर ली, हालांकि उसकी रिपोर्ट भी नेगिटिव आई है। परिजनों की ओर से गांव के लोगों पर मृतक दिलशाद को परेशान करने के आरोप लगाए जा रहे हैं । पुलिस ने जांच शुरू करते हुए सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर दिया है।

पुलिस के अनुसार दिलशाद उर्फ विपिन पुत्र दिलबाग खान का मेडिकल चेकअप करवाया गया था जिसके बाद उसे शनिवार दोपहर एंबुलेंस से बनगढ़ घर छोड़ा गया था। उधर दिलशाद की माता उषा देवी व पत्नी अमरदीप कौर ने बताया कि गाव के कुछ लोग कोरोना के मद्देनजर दिलशाद को तंग परेशान कर रहे थे। शनिवार को उसे मेडिकल चेकअप के लिए भी ले जाया गया, लेकिन रिपोर्ट नेगिटिव आई। लोगों की ओर से परेशान करने पर दिलशाद तनाव में था और रविवार सुबह उठते ही वे घर के पीछे बाड़े में गया। काफी देर बाद जब नहीं आया तो जाकर देखा कि वह नस काटकर आत्महत्या कर चुका था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिलशाद ने खुद यह इच्छा जताई थी कि उसका मेडिकल टेस्ट करवाया जाए। टेस्ट करवाने पर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। मेडिकल चेकअप इस लिए करवाना पड़ा क्योंकि दिलशाद बनगढ़ की मस्जिद में रुके हिमाचल के बद्दी से आए एक व्यक्ति को मोटरसाइकिल पर मेहतपुर छोड़ने गया था। इस वजह से ही दिलशाद को शक की अफवाहों में ला दिया गया। दिलशाद नंगल में ख्वाजा मंदिर मार्ग पर एक खोखा लगाकर रोटी रोजी कमाता था। छह बहनों के अकेले भाई की मौत से बनगढ़ गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

जिला ऊना के एसपी कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने कहा है कि दिलशाद की मौत को लेकर सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है। क्वारंटाइन होम के दायरे में था पास वाला घर

नंगल डैम झील के निकट स्थित गांव बनगढ़ में जिस बस्ती में दिलशाद रहता था, उसके साथ वाले घर को गत 22 मार्च से चार अप्रैल तक कोविड 19 के मद्देनजर क्वारंटाइन होम के दायरे में लाया गया था। घर में प्रवेश न करने की सूचना भी हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से घर के बाहर लगाई गई थी। शायद इसी वजह से आसपास के लोगों में दहशत व अफवाह बन गई जिसके चलते तनावग्रस्त हुए बीपीएल परिवार के दिलशाद ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

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