चंदूमाजरा के खिलाफ नारेबजाी

नूरपुरबेदी प्रेमसिंह चंदूमाजरा द्वारा गांव अबियाणा की ग्राम पंचायत को दिए जाने वाले पानी के टैंकर को चुनी हुई पंचायत को देने की बजाय गांव के हारे हुए सरपंच को सौंप दिया गया जिस कारण ग्राम पंचायत और गांववासियों की ओर से प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Apr 2019 10:26 PM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 06:25 AM (IST)
चंदूमाजरा के खिलाफ नारेबजाी
चंदूमाजरा के खिलाफ नारेबजाी

संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी

प्रेमसिंह चंदूमाजरा द्वारा गांव अबियाणा की ग्राम पंचायत को दिए जाने वाले पानी के टैंकर को चुनी हुई पंचायत को देने की बजाय गांव के हारे हुए सरपंच को सौंप दिया गया, जिस कारण ग्राम पंचायत और गांववासियों की ओर से प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी की। सरपंच कुलविदर सिंह, पंच मनजीत कौर, पंच परमजीत कौर और पंच गुरचैन कैर ने बताया कि कुछ समय पहले चंदू माजरा ने गाव अबियाणा कलां को पानी का टैंकर देने के लिए ग्राम पंचायत से लिखित आवेदन लिया था, लेकिन जब पानी का टैंकर दिया गया तो वह गांव के हारे हुए सरपंच को दे दिया गया, जोकि अब तक उसके घर में ही खड़ा है। जब गांव में पानी का टैंकर आने संबंधी ग्राम पंचायत को पता चला, तो इस संबंधी पंचायत द्वारा प्रोफेसर चंदूमाजरा को बताने पर उन्होंने कहा कि जल्द यह टैंकर ग्राम पंचायत के सौंप दिया जाएगा, लेकिन कई दिन बीत जाने के उपरांत भी यह टैंकर उन्हें प्रदान करने की बजाय हारे हुए व्यक्ति के घर ही खड़ा है। इस पर पंचायत और गांव वासियों ने प्रोफेसर चंदूमाजरा के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। पंचायत और लोगों ने कहा कि अगर हमारे चुने हुए नेताओं द्वारा चुनाव जीते हुए प्रत्याशी को दरकिनार करके अपने चहेते व्यक्तियों को गांव के लिए उचित सम्मान देना है, तो फिर सरकार को पंचायतों के चुनाव बंद कर देने चाहिए ताकि सियासी नेता किसी गांव से पक्षपात न कर सके। इस मौके जगतार सिंह पूर्व सरपंच, गुरचैन सिंह गिल, निर्मल सिंह, चन्नण सिंह, बलवंत सिंह, कुलवंत संह, सोहन सिंह, भोला नाथ, जसवीर सिंह,दीपा, लखिवंदर सिंह के आदि के अलावा गांववासी उपस्थित थे।

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