नमी वाली फसल बताकर नहीं हो रही धान की लिफ्टिंग

नूरपुरबेदी क्षेत्र की अनाज मंडियों में जहां किसान धान की लिफ्टिंग को लेकर परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Oct 2019 10:23 PM (IST) Updated:Wed, 30 Oct 2019 10:23 PM (IST)
नमी वाली फसल बताकर नहीं हो रही धान की लिफ्टिंग
नमी वाली फसल बताकर नहीं हो रही धान की लिफ्टिंग

संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी: नूरपुरबेदी क्षेत्र की अनाज मंडियों में जहां किसान धान की लिफ्टिंग को लेकर परेशान हैं, वहीं कई मंडियों में धान की नमी को लेकर भी किसान परेशान हो रहे हैं। नूरपुरबेदी क्षेत्र की सिंहपुर में अस्थायी रूप से चल रही अनाज मंडी में किसानों को कई कई दिन अपनी धान की फसल की बोली के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। धान की फसल लेकर पहुंचे मनदीप सिंह लाडी, प्रेम सिंह जेतेवाल, बुद्ध राम कुंभेवाल, राम कृष्ण गोबिदपुर बेला आदि किसानों ने बताया कि कई दिनों से उनकी फसल की खरीद नहीं हो रही है। मार्केट कमेटी की ओर से लाए गए डिजीटल मीटर में उनकी धान की फसल की नमी 16.5 फीसद आ रही है, जबकि शैलर मालिकों के मीटर में उनकी धान की फसल की नमी 21 फीसद दिखाई जा रही है। किसानों ने कहा कि अगर शैलर मालिकों के मीटर से ही धान की नमी को जांचा जाना है, तो मंडी में उपलब्ध मार्केट कमेटी के डिजीटल मीटर से नमी मापने का क्या फायदा है। किसानों ने बताया कि आढ़ती द्वारा जब खरीद होती है, तो उस समय उनकी धान की फसल की नमी 16 फीसद आती है जबकि शैलर मालिकों के पास जाकर फसल में नमी कैसे बढ़ जाती है। किसानों ने बताया कि वह अपनी फसल को परी तरह से सुखा कर लाते हैं, लेकिन मंडियों में आकर उनको बिना मतलब के परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि मंडी में तैनात मार्कफेड के अधिकारी इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उल्लेखनीय हे कि नूरपुरबेदी ब्लॉक के गांव सिंहपुर में अनाज मंडी अस्थायी रूप से खेतों में स्थापित की गई है, जोकि कच्चे फड़ वाली मंडी है।

इस संबंधी आढ़तियों ने कहा कि मंडी में उपलब्ध मीटर में नमी की मात्रा ठीक होने पर ही तुलाई की जाती है, लेकिन शैलर मालिकों के पास नमी की मात्रा बढ़ जाने के कारण उनको धान वापस लाना पड़ता है। पीड़ित किसानों ने डीसी रूपनगर सुमीत जारंगल से मांग की है कि नमी के नाम पर हो रही परेशानी को तुरंत बंद करवाया जाए।

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