कोर्ट ने कुष्ठ आश्रम को गिराने के बारे में 27 अक्टूबर तक मांगा जवाब

नंगल नंगल में राष्ट्रीय उच्च मार्ग एक्सटेंशन 503 के रास्ते बन रहे फोरलेन फ्लाईओवर के लिए गत 19 सितंबर शनिवार को गिराए गए श्री राम कुष्ठ आश्रम को लेकर माननीय उच्च न्यायालय ने नोटिस ऑफ मोशन के ऑर्डर जारी करते हुए इसका स्टेटस को जारी कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 10:31 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 10:31 PM (IST)
कोर्ट ने कुष्ठ आश्रम को गिराने के बारे में 27 अक्टूबर तक मांगा जवाब
कोर्ट ने कुष्ठ आश्रम को गिराने के बारे में 27 अक्टूबर तक मांगा जवाब

जागरण संवाददाता, नंगल: नंगल में राष्ट्रीय उच्च मार्ग एक्सटेंशन 503 के रास्ते बन रहे फोरलेन फ्लाईओवर के लिए गत 19 सितंबर शनिवार को गिराए गए श्री राम कुष्ठ आश्रम को लेकर माननीय उच्च न्यायालय ने नोटिस ऑफ मोशन के ऑर्डर जारी करते हुए इसका 'स्टेटस को' जारी कर दिया है। कुष्ठ रोगियों की ओर से दायर याचिका के बारे जानकारी देते हुए एडवोकेट विनत शर्मा ने बताया कि जज राकेश कुमार जैन व अशोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने कुष्ठ आश्रम को गिराने संबंधी याचिका पर सुनवाई करते हुए 'स्टेटस को' कर दिया है। अब यहा गिराए जा चुके कुष्ठ आश्रम की जगह पर 27 अक्टूबर 2020 को होने वाली सुनवाई के दिन तक ज्यों की त्यों स्थिति व ढांचे को बरकरार रखना होगा। उन्होंने बताया कि नियमों को ताक पर रखकर प्रशासन ने आश्रम को गिराने का काम उस समय किया गया, जब लाचार व कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों ने भोजन भी नहीं किया गया था। बिना पुनर्वास का प्रबंध किए धक्केशाही के साथ आश्रम को गिराया गया है। धक्केशाही के सबूत मिटाने के मकसद से ही आश्रम में मीडिया पर रोक लगाने के लिए गेट बंद रख कर कार्रवाई की गई थी। अधिवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया है कि लगातार समय-समय पर अपना पक्ष व आग्रह लिखित रूप से आश्रम में रहने वाले लोग प्रशासन के समक्ष करते रहे हैं, लेकिन संबंधित सभी विभागों ने पुनर्वास की दिशा में नियमों के अनुसार कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि इसके विपरीत पुलिस बल के साथ लाचार कुष्ठ रोगियों को बेघर कर दिया गया है। पुलिस कार्रवाई में कई लोग जख्मी भी हुए हैं। दायर याचिका में पंजाब सरकार, केंद्र सरकार, राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण, भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड, महकमा पीडब्ल्यूडी के एसडीओ तथा जिला प्रशासन की तरफ से एसडीएम को पार्टी बनाया गया है। 25 हजार स्क्वेयर फीट में बने गिराए थे 10 कमरे प्रेसवार्ता में मौजूद कुष्ठ आश्रम के प्रधान सोमय सोरेन ने बताया कि यहा 30 परिवार 50 सालों से रह रहे हैं। सभी 72 लोग भारत के विभिन्न प्रातों बंगाल, उड़ीसा, झारखंड, बिहार आदि से आए हैं। आश्रम को गिराने संबंधी कोई नोटिस नहीं दिया गया है न ही डीसी रूपनगर व अन्य किसी अधिकारी ने आश्रम में आकर उन्हें जगह खाली करने जैसी होने वाली कार्रवाई की जानकारी दी है। उन्हें कुछ पता नहीं है कि कुष्ठ आश्रम को दोबारा बनाने के लिए कितनी धनराशि का प्रबंध जिला प्रशासन के पास है। करीब 25 हजार स्क्वेयर फीट में बने 10 कमरे गिराए गए हैं। इसके बाद जहा इंतजाम किया गया है, वहा जरूरी सुविधाएं भी नहीं हैं। आश्रम कहां बनना है तो एक तरफ, बल्कि यह भी पता नहीं है कि आश्रम का निर्माण किस जगह पर कब शुरू होना है। संशोधित कैप्शन--

24 एनजीएल 01: नंगल में श्री राम कुष्ठ आश्रम को ध्वस्त किए जाने के बाद हाईकोर्ट में दायर याचिका के चलते आए आदेशों की जानकारी देते हुए एडवोकेट विनत शर्मा साथ हैं कुष्ठ आश्रम के लोग। जागरण

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