सैंपलिग का विरोध करने वालों की होगी शिकायत

पटियाला कोरोना टेस्ट की सैंपलिग के लिए जाने वाली सेहत विभाग की टीमों का विरोध करने वाले लोग अब चौकन्ना हो जाएं क्योंकि विभाग ने इस तरह के लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने का फैसला किया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Sep 2020 11:44 PM (IST) Updated:Tue, 01 Sep 2020 11:44 PM (IST)
सैंपलिग का विरोध करने वालों की होगी शिकायत
सैंपलिग का विरोध करने वालों की होगी शिकायत

जागरण संवाददाता, पटियाला : कोरोना टेस्ट की सैंपलिग के लिए जाने वाली सेहत विभाग की टीमों का विरोध करने वाले लोग अब चौकन्ना हो जाएं, क्योंकि विभाग ने इस तरह के लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने का फैसला किया है। कोरोना काल के दौरान अब तक जिले में 10 से अधिक इलाकों में टीमों का लोग विरोध कर चुके हैं कि वे अपना टेस्ट नहीं करवाएंगे, क्योंकि टेस्ट की रिपोर्ट जबरदस्ती पॉजिटिव दी जा रही है और लोगों को अस्पताल में दाखिल किया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में किया जा रहा रैपिट एंटीजन टेस्ट

सेहत विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अब तक जिले में 10 से अधिक स्थानों पर लोगों ने विरोध किया है। आजकल ग्रामीण इलाकों में सेहत विभाग की टीम रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए सैंपलिग करने जा रही है। लोग टीम का इसलिए विरोध कर रहे हैं कि उनके परिवार का सदस्य कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में दाखिल किया जाएगा और वहां उनका सही ढंग से इलाज नहीं हो रहा। इसके अलावा अस्पताल में जाने वाले अधिकतर लोगों की मौत हो रही है। ऐसे में अब तक राजपुरा, शामदू, घनौर, पातड़ां, समाना, पातड़ां के नजदीक गांव अरनेटू व खांग, पटियाला शहर की तेजबाग कॉलोनी एवं ग्रीन पार्क कॉलोनी इलाके शामिल हैं। विरोध का सामना करने वाली टीम ने जब अपने अधिकारियों को सूचित किया तो उन्होंने पुलिस को यह जानकारी दी और ग्रीनपार्क कॉलोनी में पुलिस की टीम पहुंची। लोगों को कोरोना टेस्ट के लिए सैंपलिग करवाने के लिए समझाया। बाधा पैदा करने वालों के खिलाफ देंगे पुलिस में शिकायत

सिविल सर्जन डॉ. हरीश मल्होत्रा व जिला एपीडीमॉलोजिस्ट डॉ. सुमित सिंह ने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि लोग टेस्ट न करवाएं, नहीं तो उनको जबरदस्ती अस्पताल में दाखिल किया जाएगा और वहां पर मरने का खतरा है। केवल उन पॉजिटिव लोगों को ही अस्पताल में दाखिल करवाया जा रहा है जो पहले ही बीमार हैं, तंदुरुस्त लोगों को तो उनके ही घरों में आइसोलेट किया जा रहा है। इसलिए लोग सैंपलिग करवाने में कोई रोड़ा न अटकाएं। यह बीमारी एक महामारी घोषित हो चुकी है और इसके लिए काम करने वाले सेहत विभाग के अधिकारियों सहित कर्मियों के काम में जो बाधा पैदा करेगा उनके खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दी जाएगी।

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