बिना पांच लाख भरवाए दो फैंसी नंबर जारी करने में स्मार्टचिप कर्मचारी व एजेंट की मिलीभगत का खुलासा

बिना पांच लाख भरवाए दो फैंसी नंबर जारी करने में स्मार्टचिप कर्मचारी व एजेंट की मिलीभगत का मामला सामने आया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 07:05 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 07:05 PM (IST)
बिना पांच लाख भरवाए दो फैंसी नंबर जारी करने में स्मार्टचिप कर्मचारी व एजेंट की मिलीभगत का खुलासा
बिना पांच लाख भरवाए दो फैंसी नंबर जारी करने में स्मार्टचिप कर्मचारी व एजेंट की मिलीभगत का खुलासा

बल¨वदरपाल ¨सह, पटियाला

बिना पांच लाख भरवाए दो फैंसी नंबर जारी करने में स्मार्टचिप कर्मचारी व एजेंट की मिलीभगत का मामला सामने आया है। ये मिलीभगत बिना सरकारी फीस पीबी11 बीबी 0001 व पीबी11 बीजे 0001 सीरीज के दो फैंसी नंबर जारी करने पर हुई थी। इसका खुलासा आरटीए दफ्तर के स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिशनर को ईमेल के जरिए लेटर भेजने के बाद हुआ। अधिकारियों ने लैटर एसटीसी को जनवरी 2019 के लास्ट में भेजा था। इस खुलासे के बाद भी ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के उच्चाधिकारियों ने यहां पटियाला दफ्तर से स्मार्टचिप कर्मचारियों के स्टाफ को अदल-बदल करना मुनासिब नहीं समझा। हालांकि दफ्तरी अधिकारियों की ओर से तस्सली भी दी जा रही है कि मामले के जिम्मेदार दो स्मार्टचिप कर्मचारियों को कंपनी से निकाला जा चुका है। मगर उन कर्मचारियों के साथ एजेंट की मिलीभगत पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई।

सरकारी खजाने को लगी 5 लाख की चपत

जानकारी के अनुसार बिना फीस के दो फैंसी नंबर जारी करने के मामले में स्मार्टचिप कर्मचारियों ने एजेंटों से मिलीभगत कर सरकारी खजाने को 5 लाख रुपये की चपत लगाई। इस मामले को लेकर स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने पटियाला आरटीए दफ्तर को लेटर भेज संबंधित व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई कर 15 दिन में इसकी रिपोर्ट दफ्तर को करने के निर्देश दिए थे। मगर यहां डिपार्टमेंट अधिकारियों ने खानापूर्ति करते हुए एसटीसी को एक लेटर ईमेल के जरिये भेज यह तस्सली दे दी कि संबंधित कर्मचारियों पर कंपनी ने कार्रवाई की है।

बिना किसी क्लर्क की अप्रूवल से जारी किए फैंसी नंबर

लैटर में स्पष्ट यह कहा है कि दो पीबी11बीबी0001 व पीबी11बीजे0001 फैंसी नंबरों को विभागीय क्लर्क की अप्रूवल के जारी किया गया है। इन दोनों नंबरों से संबंधित फाइल किसी भी क्लर्क के टेबल पर नहीं पहुंची। स्मार्टचिप कर्मचारियों ने मिलीभगत कर बिना किसी परमिशन व फीस के यह नंबर जारी किए। हालांकि लैटर में कमिश्नर को यह भी बताया गया है कि इस मामले संबंधी स्मार्टचिप कंपनी को जानकारी मिलते ही कंपनी अधिकारियों ने एक हरप्रीत व निखिल नाम के कर्मचारी को कंपनी से निकाल दिया गया था। पत्र में कहा है कि आरटीए दफ्तर ने इन दोनों फैंसी नंबरों को कैंसिल कर दिया है।

लुधियाना की गाड़ियों को जारी हुए दोनों फैंसी नंबर

पीबी11बीजे0001 नंबर मंटैरो गाड़ी को जारी किया गया। ये गाड़ी राज करण ¨सह ग्रेवाल निवासी गुरदेव नगर लुधियाना को जारी किया गया। वहीं दूसरी ओर पीबी11बीबी0001 फैंसी नंबर हांडा कंपनी की डब्ल्यूआर-वी गाड़ी को जारी किया गया। ये गाड़ी अमन शर्मा के नाम पर है, जो लुधियाना के राजगुरु नगर का निवासी है। ये जानकारी दस्तावेजों के साथ लगे 24 नंबर फार्म से मिली।

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