संस्कारशाला: पर्यावरण संरक्षण से होगा जीवन का रक्षण

दैनिक जागरण के संस्कारशाला कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को एसडी मॉडल हाई स्कूल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों को दैनिक जागरण के प्रतिनिधियों ने 'बेहतर पर्यावरण, बेहतर जीवन'  शीर्षक के तहत बनी एनीमेशन फिल्में दिखाईं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Nov 2018 02:31 PM (IST) Updated:Fri, 02 Nov 2018 05:35 PM (IST)
संस्कारशाला: पर्यावरण संरक्षण से होगा जीवन का रक्षण
संस्कारशाला: पर्यावरण संरक्षण से होगा जीवन का रक्षण

जागरण संवाददाता, पटियाला

दैनिक जागरण के संस्कारशाला कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को एसडी मॉडल हाई स्कूल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों को दैनिक जागरण के प्रतिनिधियों ने 'बेहतर पर्यावरण, बेहतर जीवन' शीर्षक के तहत बनी एनीमेशन फिल्में दिखाईं। इस दौरान स्कूल ¨प्रसिपल नीरजा कौशल ने विशेषज्ञ के तौर पर पहल से मिलता है समाधान स्टोरी बच्चों के समक्ष रखी और मंच से संस्कारशाला अभियान की जानकारी दी। स्टोरी समापन के बाद विशेषज्ञ ने बच्चों से विषय पर प्रश्न पूछे, जिसका अधिकतर बच्चों ने सही जवाब दिया। इसके बाद स्कूल लाइब्रेरी के लिए संस्कारशाला विषय पर प्रकाशित पुस्तकें भी भेंट की गई। इसे स्कूल ¨प्रसिपल ने एक अच्छा कदम बताते हुए बच्चों ने कहानी को प्रेरणादायक बताया और घर पर परिजनों व दोस्तों को कहानी सुनाने की बात भी कही। इसके बाद बच्चों से कहानी से संबंधित सवाल पूछे। सोनालिका, मनन और मोहित ने सही जवाब दिए। स्टोरी और कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों को पर्यावरण का महत्व बताते हुए उसके संरक्षण के लिए जागरूक किया गया। ¨प्रसिपल नीरजा कौशल ने बच्चों को समझाया कि पर्यावरण की हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका है। यह हमारे जीवन का आधार है, परंतु आज जिस पृथ्वी पर हम रह रहे हैं, उसके तापमान में निरंतर बढ़ोतरी होती जा रही है, जो हमारे जीवन के लिए बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है। इस दौरान विद्यार्थियों को पर्यावरण बचाने के लिए ई-वेस्ट निस्तारण, प्लास्टिक पदार्थो का कम प्रयोग व पौधरोपण सरीखे अभियान में हिस्सा लेकर पर्यावरण को स्वस्थ बनाने के बारे में भी बताया गया। स्कूल ¨प्रसिपल नीरजा कौशल ने विद्यार्थियों से कहा कि सदियों से प्रकृति के प्रति हमारा अगाध स्नेह रहा है, इसलिए आज भी इस बात की जरूरत है कि हम प्रकृति के बारे में सजग बनें। पर्यावरण से संबंधित बहुत से मुद्दे हमारी रोजमर्रा की ¨जदगी से जुड़े हैं। जैसे पानी का बेकार बहना, ऊर्जा खपत, ईंधन खपत, कूड़ा-कचरा आदि की निपटान समस्या जिसपर ध्यान देने की जरूरत है। इस दौरान स्कूल अध्यापिकाओं निधू, रमन, गीता, गुरमीत, राजवीर, मधू और प्रीति ने भी दैनिक जागरण के संस्कारशाला अभियान में हिस्सा लिया और सराहना की।

देश के समक्ष प्रदूषण की समस्या विकराल : ¨प्रसिपल नीरजा कौशल देश के समक्ष प्रदूषण की समस्या विकराल रूप ले रही है। इमारतों का निर्माण करने के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं, लेकिन इन काटे गए पेड़ों के बदले पौधे नहीं लगाए जा रहे हैं। दिन-प्रतिदिन प्रदूषित होता वातावरण ¨चता का विषय है। अगर ऐसे ही वातावरण प्रदूषित होता रहा तो आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ पर्यावरण नहीं दे सकेंगे। पर्यावरण की संभाल करेंगे तो जीवन भी बेहतर होगा। किसी प्रकार की बीमारी नहीं लगेगी। वर्तमान समय की बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण विकराल रूप ले रहा है। एक वैश्विक अध्ययन में पाया गया है कि अस्थमा के बढ़ते मामलों के लिए वायु प्रदूषण को जिम्मेवार ठहराया जा रहा है। इस लिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाएं।

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