लापरवाही के चलते समाना में एक घंटा देरी से शुरू हुआ 10वीं का पेपर

सोमवार को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के 10वीं के सोशल साइंस के एग्जाम दौरान पांच सेंटरों पर प्रशन पत्र करीब एक घंटा देरी से मिलने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि देरी से शुरू होने वाले पांचों एग्जामिनेशन सेंटरों में शिक्षा विभाग ने एक्स्ट्रा समय देते हुए स्टूडेंट्स को पूरे तीन घंटे का समय दिया गया। ताकि समय की कमी के कारण किसी स्टूडेंट का नुक्सान ना हो। एग्जाम में हुई देरी का कारण था बैंक का ना खुलना। असल में शिक्षा विभाग ने पेपर लीक होने से बचाव के लिए इस बार बैंक के लॉकर में प्रशन पत्र रखने के निर्देश जारी किए थे लेकिन रविवार को वित्तिय वर्ष का अंतिम दिन होने के चलते देर रात तक सभी बैंक खुले थे और आम दिनों की तरह ही काम हो रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Apr 2019 08:57 PM (IST) Updated:Tue, 02 Apr 2019 06:30 AM (IST)
लापरवाही के चलते समाना में एक घंटा देरी से शुरू हुआ 10वीं का पेपर
लापरवाही के चलते समाना में एक घंटा देरी से शुरू हुआ 10वीं का पेपर

जागरण संवाददाता, समाना/पटियाला

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के 10वीं के सोशल साइंस की परीक्षा के दौरान सोमवार को समाना के पांच सेंटरों पर प्रश्न पत्र करीब एक घंटा देरी से मिलने के कारण परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि इन सेंटरों में शिक्षा विभाग ने अतिरिक्त समय देते हुए परीक्षार्थियों को पूरे तीन घंटे का समय दिया गया, ताकि समय की कमी के कारण किसी भी विद्यार्थी का नुक्सान ना हो। इस देरी का कारण सोमवार को बैंक का न खुलना रहा। गौर हो कि शिक्षा विभाग ने पेपर लीक होने से बचाव के लिए इस बार बैंक के लॉकर में प्रश्नपत्र रखने के निर्देश जारी किए हुए हैं। मगर, रविवार को वित्तीय वर्ष का अंतिम दिन होने के चलते देर रात तक सभी बैंक खुले थे और आम दिनों की तरह ही काम हो रहा था। जिसके चलते सोमवार को कई बैंकों में छुट्टी थी। इसी के तहत समाना के एचडीएफसी बैंक के अधिकारी भूल गए कि सोमवार को 10वीं की परीक्षा है और प्रश्न पत्र बैंक में जमा हैं। ऐसे में जब अध्यापक प्रश्नपत्र लेने समाना के एचडीएफसी बैंक में पहुंचे, तो वहां ताला लगा हुआ था। जिसके बाद अध्यापकों द्वारा जहां बैंक अधिकारियों से संपर्क किया गया, वहीं जिला शिक्षा अफसर को भी इसकी जानकारी दी गई। जिसके बाद करीब साढ़े 10 बजे तक बैंक कर्मचारी बैंक पहुंचे और प्रश्न पत्र अध्यापकों को सौंपे।

गौरतलब है कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं की परीक्षा के लिए 10 बजे से सवा 1 बजे का समय निर्धारित किया गया है। मगर, सोमवार को परीक्षा एक घंटा देरी से शुरू होने के चलते समय को 11 से सवा 2 बजे तक कर दिया गया। इस दौरान डीईओ सेकेंडरी कुलभूषण सिंह बाजवा ने समाना पहुंचकर प्रभावित पांचों एग्जामिनेशन सेंटरों का जायजा लिया। वहीं परीक्षा केंद्र में तैनात सुपरवाइजर ने बताया कि बैंक द्वारा उनसे सही तालमेल नहीं किए जाने से उन्हें तथा विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ी।

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देरी से परीक्षा शुरू होने के चलते मानसिक परेशानी झेलनी पड़ी

सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल समाना ब्वायज से परीक्षा देकर बाहर आए सागर ने बताया कि उन्होंने साल भर मेहनत कर परीक्षा की तैयारी की थी। मगर, प्रश्न पत्र देरी से मिलने के कारण उन्हें मानसिक तौर पर परेशानी झेलनी पड़ी है। उन्होंने बताया कि हर विद्यार्थी परीक्षा की तयसीमा के मुताबिक ही अपनी तैयारी कर आया था।

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भूखे पेट परीक्षा देने से हुई परेशानी

दूसरे स्टूडेंट हैप्पी ने बताया कि वो सुबह केवल नाश्ता करके ही परीक्षा देने आए थे। मगर, प्रश्न पत्र देरी से मिलने से उनकी परीक्षा के समय की तय अवधि बढ़ा दी थी। जिसके चलते उसे भूखे पेट परीक्षा देने में परेशानी उठानी पड़ी।

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इन एग्जाम सेंटरों में देरी से पहुंचे प्रश्न पत्र

- सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल समाना ब्वायज

- सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ककराला।

- सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल तलवंडी मलिक

- सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कुतबनपुर

- सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल गाजेवास

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प्रश्न पूछा 10वीं का, जवाब के लिए कक्षा 9वीं का भेजा

सोमवार को दसवीं की सोशल साइंस विषय की परीक्षा के दौरान सभी सेट के 11वें प्रश्न में सवाल सिलेबस के हिसाब से पूछा गया, लेकिन उसका उत्तर देने के लिए भेजा गया कक्षा 9वीं का प्रश्न भी अटैच कर दिया गया। बता दें कि प्रश्न नंबर 11 के तहत सिलेबस के हिसाब से 1947 से पहले के भारत संबंधी प्रश्न पूछा गया था, लेकिन उसका उत्तर के लिए 1947 के बाद का नक्क्षा अटैच कर दिया। जिसके चलते विभाग की गलती का खामियाजा स्टूडेंट्स को पांच नंबर कटवाकर भुगतना पड़ेगा।

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