कंप्यूटर अध्यापकों ने निकाला रोष मार्च, नारेबाजी

शिक्षा विभाग में कंप्यूटर अध्यापकों ने गैर अध्यापन कार्यों में ड्यूटी लगाने व नियमित होने के बाद मिलने वाली सुविधाओं की मांग को लेकर डीईओ दफ्तर से फव्वारा चौक तक रोष मार्च निकाला।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 07:58 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 07:58 PM (IST)
कंप्यूटर अध्यापकों ने निकाला रोष मार्च, नारेबाजी
कंप्यूटर अध्यापकों ने निकाला रोष मार्च, नारेबाजी

जागरण संवाददाता, संवाददाता : शिक्षा विभाग में कंप्यूटर अध्यापकों ने गैर अध्यापन कार्यों में ड्यूटी लगाने व नियमित होने के बाद मिलने वाली सुविधाओं की मांग को लेकर डीईओ दफ्तर से फव्वारा चौक तक रोष मार्च निकाला। इसके बाद अध्यापकों ने करीब एक बजे फव्वारा चौक पर धरना देकर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। तीन बजे के करीब प्रशासन ने इनकी मांगें मानने का आश्वासन दिया, तब जाकर धरना खत्म किया गया। इस दौरान अध्यापकों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों का हल न हुआ तो अध्यापक बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। प्रदेश सरकार की तरफ से कंप्यूटर अध्यापकों को 2011 में रेगुलर तो कर दिया गया है लेकिन उन्हें रेगुलर कर्मचारियों को मिलने वाले भत्ते समेत अन्य सुविधाएं नहीं दी जा रही। राज्य भर में कंप्यूटर अध्यापकों की संख्या सात हजार के करीब है।

इस मौके पर कंप्यूटर अध्यापक समिति के प्रदेश प्रधान परमवीर सिंह ने बताया कि एक जुलाई 2011 से उनकी सेवाओं को रेगुलर कर दिया गया था, लेकिन उन्हें मेडिकल रीइंबरसमेंट जैसी जरूरी सुविधाएं भी नहीं दी जा रही हैं। कंप्यूटर अध्यापक समिति के प्रदेश महासचिव जौनी सिगला ने बताया कि पंजाब सरकार ने राज्य के सभी रेगुलर कर्मचारियों को दिसंबर 2016 में अंतरिम राहत (आईआर) देने का फैसला किया गया था। परंतु सिर्फं कंप्यूटर अध्यापकों को ही इस हक से वंचित रखा गया है। जौनी ने बताया कि उन्होंने कई बार शिक्षा और वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकें करके ये मांग उठाई लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला। इसके साथ उन्होंने एलान किया कि 26 जनवरी को राज्य के समूह कंप्यूटर अध्यापकों की तरफ से रोष दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर करमजीत भुनरहेड़ी, मनप्रीत सिंह पटियाला, रविदर सिंह, बलजीत सिंह आदि उपस्थित रहे।

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