आतंकियों से लोहा लेते हुआ पिया शहादत का जाम, बलिदानी मदन लाल का श्रद्धांजलि समारोह आज

शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर विक्की ने बताया कि जांबाज सैनिक हवलदार मदन लाल के बलिदान को नमन करने के लिए 20 सितंबर को गांव घरोटा के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया जा रहा है।

By Edited By: Publish:Mon, 19 Sep 2022 04:00 PM (IST) Updated:Mon, 19 Sep 2022 04:00 PM (IST)
आतंकियों से लोहा लेते हुआ पिया शहादत का जाम, बलिदानी मदन लाल का श्रद्धांजलि समारोह आज
नौगांव सेक्टर में हवलदार मदन लाल ने प्राणों की आहुति दी थी।

संवाद सहयोगी, घरोटा: कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए छह साल पहले नौगांव सेक्टर में हवलदार मदन लाल ने प्राणों की आहुति दे दी थी। पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकियों की घुसपैठ को नाकाम बनाते हुए सेना की 20 डोगरा यूनिट के हवलदार मदन लाल शर्मा निवासी घरोटा बलिदानी हो गए थे।

कुंवर विक्की ने बताया कि इस जांबाज सैनिक के बलिदान को नमन करने के लिए 20 सितंबर को गांव घरोटा के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इसमें कई गणमान्य लोग व सैन्य अधिकारी शामिल होकर इन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर विक्की ने बताया कि हवलदार मदन लाल शर्मा का जन्म 4 फरवरी 1979 को मां धर्मों देवी और पिता धर्म चंद के घर गांव घरोटा में हुआ। एवीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल बटाला से मदन लाल मैट्रिक करने के बाद अगस्त 1999 को सेना की 5 डोगरा यूनिट में भर्ती हो गए थे। 17 वर्षों के सेवाकाल के दौरान वह अधिकतर आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में रहे। जुलाई 2016 को उन्हें 20 डोगरा यूनिट में शामिल कर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के नौगांव सेक्टर भेज दिया गया।

20 सितंबर 2016 को उन्हें सूचना मिली कि सीमा पार से आतंकी भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। सर्च आपरेशन पर निकले हवलदार मदन लाल शर्मा और उनकी सैन्य टुकड़ी की आतंकियों से मुठभेड़ हो गई। मदन ने साथियों सहित आतंकियों का कड़ा मुकाबला किया। इसी बीच, एक गोली मदन लाल के सीने को भेदते हुए निकल गई। उनकी इस बहादुरी को देखते हुए भारत सरकार ने इन्हें मरणोपरांत सेना मेडल से सम्मानित किया।

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