एनएसजी रीजनल सेंटर का मुद्दा गृहमंत्री से उठाएंगे सनी देयोल

पठानकोट में एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) का रीजनल सेंटर बनाने का फैसला लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Oct 2019 10:27 PM (IST) Updated:Thu, 10 Oct 2019 10:27 PM (IST)
एनएसजी रीजनल सेंटर का मुद्दा गृहमंत्री से उठाएंगे सनी देयोल
एनएसजी रीजनल सेंटर का मुद्दा गृहमंत्री से उठाएंगे सनी देयोल

राज चौधरी/ठाकुर रंधीर बिट्टा, पठानकोट : आतंकी हमलों का इनपुट मिलने और खासकर पंजाब में बढ़ रहीं आतंकियों की गतिविधियों के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पठानकोट में एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) का रीजनल सेंटर बनाने का फैसला लिया है। रीजनल सेंटर के लिए 25 एकड़ जमीन मुहैया करवाने के लिए पठानकोट और अमृतसर जिला प्रशासन को पत्र लिखा है। जमीन मुहैया न करवाने के लिए पठानकोट जिला प्रशासन और नगर निगम आमने-सामने हो गए हैं। दोनों एक-दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं। अब यह मामला गुरदासपुर के सांसद सनी देयोल के पास पहुंच गया है। नगर निगम के मेयर अनिल वासुदेवा ने जमीन मुहैया न करवाने के मामले में जिला प्रशासन की ओर से राजनीति करने की शिकायत सनी देयोल से की है। सनी देयोल ने वीरवार को दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर के आधार पर गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की सीमा के साथ लगने वाला पठानकोट अतिसंवेदनशील क्षेत्र है। एनएसजी का सेंटर पठानकोट से किसी दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया जाना चाहिए। सनी देयोल इस मामले में शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री से भी मुलाकात करेंगे। जमीन ने मिलने के लिए प्रशासन और निगम एक-दूसरे को ठहरा रहे जिम्मेदार :

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पठानकोट और अमृतसर में 25 एकड़ जमीन मांगी है। जमीन मुहैया नहीं करवाने के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम में ठन गई है। जमीन न मिलने के कारण यह अति महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट लटका हुआ है। जिला प्रशासन की ओर से जमीन उपलब्ध न करवाने पर यह सेंटर यहां से अमृतसर भी शिफ्ट किया जा सकता है। एनएसजी सेंटर किसी दूसरी जगह नहीं होने देंगे शिफ्ट : सनी देओल

मेयर अनिल वासुदेवा का कहना है कि उन्होंने एनएसजी सेंटर पर हो रही राजनीति का मामला सांसद सनी देयोल तक पहुंचा दिया है। सांसद ने हैरानी जताई कि इतने बड़े प्रोजेक्ट के संबंध में प्रशासन ने खुद उन्हें आज तक कोई सूचना नहीं दी। सांसद शुक्रवार को दिल्ली में ही हैं। वे केंद्रीय गृहमंत्री से मिलकर खुद इस मामले को उठाएंगे। इतने बड़े प्रोजेक्ट पर किस तरह राजनीति की जा रही है। इस सेंटर को पठानकोट से कहीं दूसरी जगह शिफ्ट नहीं होने दिया जाएगा।

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