कल से आरंभ हो रहा नव संवत्सर 2078 : रमेश शास्त्री

प्राचीन वैदिक हिदू सनातन धर्म में प्राचीनतम भारतीय पंचाग अंग्रेजी कलेंडर से 58 वर्ष आगे है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 11:05 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 11:05 PM (IST)
कल से आरंभ हो रहा नव संवत्सर 2078 : रमेश शास्त्री
कल से आरंभ हो रहा नव संवत्सर 2078 : रमेश शास्त्री

संवाद सहयोगी, मामून :

प्राचीन वैदिक हिदू सनातन धर्म में प्राचीनतम भारतीय पंचाग अंग्रेजी कलेंडर से 58 वर्ष आगे हैं। अंग्रेजी कलेंडर अभी वर्ष 2021 तक ही पहुंचा है, वहीं हमारा भारतीय ( पंचाग ) कलेंडर 13 अप्रैल 2021 दिन मंगलवार को 2078 वें वर्ष में प्रवेश करेगा। इसी दिन से चैत्र नवरात्र प्रारंभ होंगे। जिसका समापन 21 अप्रैल बुधवार को श्री राम नवमी पर होगा। 13 अप्रैल 2021 से आरंभ हो रहे नव संवत्सर 2078 पर सनातन धर्मावलंबी कई संगठनों के द्वारा भारतीय वैदिक हिदू नववर्ष का स्वागत किया जाएगा। इस संबंध में सनातन धर्म रक्षक समिति अध्यक्ष व आदित्यवाहिनी आनंद वाहिनी संगठन पंजाब महामंत्री एवं प्रमुख धर्माचार्य पं रमेश शास्त्री ने कहा कि संपूर्ण विश्व में अंग्रेजी नववर्ष 31 दिसंबर की रात्रि और एक जनवरी को मनाते हैं। किंतु हमारा अपना वैदिक सनातन परंपरा से युक्त भारतीय नववर्ष अति प्राचीन और वैज्ञानिक आधार पर मान्य रहा है। चैत्र शुक्ल पक्ष आरंभ होने के पूर्व ही प्रकृति भी नववर्ष आगमन का संदेश देने लगती है। प्रकृति की पुकार, दस्तक, गंध, दर्शन, सौंदर्य, आदि को देखने-सुनने, समझने का प्रयास करें तो हमें लगेगा कि प्रकृति पुकार - पुकार कर कह रही है कि पुरातन का समापन हो रहा है और नवीन बदलाव आ रहा है। बेटी के जन्मदिन पर गोशाला को भेंट किए 5100 रुपये

सर्कुलर रोड स्थित गोपालधाम गोशाला में गौ सेवा समिति की ओर से अध्यक्ष विजय पासी की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें छोटी बच्ची अमायरा का जन्म दिवस मनाने के लिए उनका पूरा परिवार गोशाला में पहुंचा। इस मौके पर उन्होंने गोधन की सेवा करते हुए उन्हें चारा डाला और समिति को बतौर सहयोग 5100 रुपये भेंट किए । उन्होंने समिति द्वारा गायों की सेवा हेतु किए जा रहे कार्यों की सराहना की। इस दौरान अमायरा की माता सोविया ने कहा कि हर किसी को गौशाला में आकर इन गायों की सेवा के कार्य में अपना योगदान देना चाहिए। इस अवसर पर अध्यक्ष विजय पासी ने कहा कि शहर वासियों के सहयोग से गौशाला में निस्वार्थ भाव से गायों की सेवा का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने जन्म दिवस व परिवार में खुशी के अवसर पर गौशाला में आकर इन गायों की सेवा करनी चाहिए क्योंकि गायों की सेवा से पुण्य मिलता है। इस अवसर पर सतीश कुमार, नीलम, मनीषा, डा. एम.एल अत्री, निशा सैनी, पं. बृजेश शास्त्री आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी