अकाली नेताओं पर दर्ज अवैध शराब का मामला झूठा

नवांशहर पुलिस द्वारा राहों के नगर कौंसिल प्रधान हेमंत रंदेव व शिअद के शहरी प्रधान शंकर दुग्गल के खिलाफ अवैध शराब का मामला दर्ज करने के विरोध में अकाली दल ने सोमवार को शहर में रोष मार्च निकाला।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Apr 2019 12:07 AM (IST) Updated:Tue, 09 Apr 2019 12:07 AM (IST)
अकाली नेताओं पर दर्ज अवैध शराब का मामला झूठा
अकाली नेताओं पर दर्ज अवैध शराब का मामला झूठा

जासं, नवांशहर : पुलिस द्वारा राहों के नगर कौंसिल प्रधान हेमंत रंदेव व शिअद के शहरी प्रधान शंकर दुग्गल के खिलाफ अवैध शराब का मामला दर्ज करने के विरोध में अकाली दल ने सोमवार को शहर में रोष मार्च निकाला। पुलिस और सरकार के खिलाफ इस दौरान अकाली नेताओं ने जमकर नारेबाजी की। रोष मार्च के दौरान बाजार कुछ समय के लिए बंद रहे। अकाली दल ने शहर को आधे दिन बंद की घोषणा की थी। सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने इस दौरान कहा कि अकाली नेताओं पर पुलिस ने झूठा मामला दर्ज किया गया है और यह राजनीतिक साजिश है। इसमें अकाली नेताओं को फंसाया गया। उन्होंने कहा, यह रोष मार्च पहला कदम है। यदि मामले को वापस नहीं लिया गया तो पूरे सूबे में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा। अकाली नेताओं ने तहसीलदार अरविद प्रकाश को मांग पत्र सौंप कर सरकार से मामले की जांच जिले से बाहर के अफसरों से करवाने की मांग की। सांसद ने कहा कि हेमंत रंदेव और शंकर दुग्गल को अवैध शराब के बारे जानकारी तक नहीं थी। पुलिस ने बिना जांच पड़ताल के ही मामला दर्ज कर लिया है। राजविदर लक्की, परम सिंह खालसा व अन्य अकाली नेताओं ने भी रोष मार्च को संबोधित किया। पुरानी दाना मंडी से रेलवे रोड, गीता भवन रोड, कोठी रोड, अंबेदकर चौक, चंडीगढ़ चौक होते हुए जिला मुख्यालय तक मार्च निकाला गया। इस दौरान मनजिदर सिंह वालिया, करण दीवान, कपिल कृपाल, मनमोहन गुलाटी, कुलविदर सिगला, जसविदर जस्सी, जिदरजीत कौर, एसजीपीसी सदस्य गुरबख्स खालसा, कुलजीत सिंह लक्की, मक्खन सिंह ग्रेवाल व अन्य अकाली नेता शामिल थे।

जबरन किसी ने नहीं बंद करवाई दुकानें

अकाली नेताओं व कार्यकर्ताओं नें कहीं जोर-जबरदस्ती नहीं की। जिस रास्ते रोष मार्च जा रहा था, वहां हाथ जोड़कर पहले ही दुकानदारो से दुकानें बंद करवाने की अपील की जाती रही। इस दौरान कुछ देर के लिए दुकानें बंद की गई मार्च के आगे निकलते ही दुकानों को फिर खोल दिया गया। रोष मार्च में विभिन्न संगठनों के लोग भी शामिल हुए और उन्होंने भी दर्ज मामले को वापस लेने की मांग की। विभिन्न बाजारों में कांग्रेसियों ने भी अपनी दुकानें बंद रखी।

रोष मार्च में पहुंचे कांग्रेस नेता व नगर कौंसिल प्रधान

अकाली दल ने पुलिस व कांग्रेस सरकार के खिलाफ रोष मार्च निकाला था। इससे पहले सभी अकाली नेता और वर्कर पुरानी दाना मंडी पहुंचे थे। यहां अकाली नेताओं ने सरकार व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। पुरानी मंडी में अकालियों के रोष प्रदर्शन में कांग्रेस नेता व नगर कौंसिल प्रधान ललित मोहन पाठक भी पहुंचे। उन्होंने अकाली कार्यकर्ताओं से कहा कि यदि मामले में झूठी एफआइआर है तो वह उनके साथ खड़े हैं। अकालियों के समर्थन पर उन्होंने कहा, यह मेरा शहर है और यहां के लोग अपने हैं। मैं इनके के साथ खड़ा हूं। इसमें कुछ गलत बात नहीं है।

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