कोरोना ने दो और लोगों की जान पर नहीं हो रहा प्रोटोकाल का पालन

जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम नही ले रहा है जहां एक दिन पहले ही 17 लोग पॉजिटिव आए थे और मरीजों का आंकड़ा 340 पहुंच गया वहीं शुक्रवार को कोरोना से दो लोगों की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 Aug 2020 06:19 PM (IST) Updated:Fri, 07 Aug 2020 06:19 PM (IST)
कोरोना ने दो और लोगों की जान पर नहीं हो रहा प्रोटोकाल का पालन
कोरोना ने दो और लोगों की जान पर नहीं हो रहा प्रोटोकाल का पालन

सुशील पांडे, नवांशहर : जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम नही ले रहा है, जहां एक दिन पहले ही 17 लोग पॉजिटिव आए थे और मरीजों का आंकड़ा 340 पहुंच गया, वहीं शुक्रवार को कोरोना से दो लोगों की मौत हो गई। कोरोना से रेलवे रोड के रहने वाले एक 46 वर्षीय युवक की सरकारी अस्पताल शाहकोट व दूसरी मौत गांव मुबारकपुर के 42 वर्षीय व्यक्ति की सरकारी अस्पताल पटियाला में हुई है। इन दोनों की मौत के बाद जिले में कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या छह हो चुकी है पर इसके बाद भी लोगों की ओर से न तो फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन किया जा रहा है और न ही मास्क ही पहना जा रहा है।

जिला प्रशासकिय अधिकारियों के कर्मचारी ही कोरोना प्रोटोकाल का पालन नही कर रहे हैं तो आम आदमी से उम्मीद ही क्या की जा सकती है। चंडीगढ़ मार्ग पर जिला प्रबंधकीय कांपलेक्स में प्रशासकीय कार्यालय व कई अन्य सरकारी कार्यालाय स्थित हैं। इस कांपलेक्स के बाहर सैनिटाइजर का ड्रम रखा हुआ है और टूटी लगी हुई है ताकि दाखिल होने से पहले हाथ धोकर ही प्रवेश करें पर मात्र दस प्रतिशत लोग ही इसका इस्तेमाल करते हैं। प्रबंधकीय कांपलेक्स में प्रवेश करने के बाद यहां के कर्मचारी बिना मास्क लगा घूमते हैं। इनके पास मास्क तो हैं पर इन लोगों ने इस गले में लटका रखा है।

जिले में छह लोगों की जा चुकी है जान

जिले में अभी तक 6 मौतें हो चुकी हैं। 18 मार्च को प्रदेश की पहली मौत बंगा के गांव पठलावा में पहली मौत पाठी बलदेव सिंह की हुई थी,जो कि जर्मनी व इटली होते हुए बंगा पहुंचे थे। इसके बाद तीन मौतें तीन माह बाद जुलाई में हुई हैं। दो मौतें अगस्त माह में हुई हैं।

बाक्स के लिए-

अभी तक 17991 लोगों के लिए जा चुके हैं सैंपल

जिला स्वास्थय विभाग की ओर से रोजाना ही 200 से लेकर 300 लोगों की सैंपलिग की जाती है। जिला सरकारी अस्पताल बलाचौर, मुकंदपुर, बंगा राहों में फ्लू कार्नर बनाए गए हैं जहां पर रोजाना ही करीब 80 से लेकर 100 तक लोग खुद ही सैंपल देने के लिए आते हैं। ये वो लोग हैं जिनको मौसमी जुकाम, बुखार या खांसी होती है। जिले में अभी तक 17991 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं।

बाक्स के लिए-

जिले में 18 हजार के करीब सैंपल लिए जा चुके हैं और 232 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकि है। 99 लोगों को होम क्वरंटाइन किया गया है। होम आईसोलेशन में 17 लोगों को रखा गया है। एक्टिव केस 44 है। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें लोग : डीसी

डिप्टी कमिश्नर डॉ.शेना अग्रवाल का कहना है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को खुद का ख्याल रखना चाहिए और कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक विभाग के जो कर्मचारी कोरोना प्रोटोकाल का पालन नही कर रहे हैं उन्हें निर्देश दिए जाएंगे कि वो हर हाल में कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें।

जिले में कब-कब हुई मौतें

मार्च- एक

जुलाई -तीन

अगस्त दो

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