सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 350 बच्चे बुला लिए टेस्ट देने, पुलिस ने रुकवाया
कोरोना के फैलाव के कारण प्रदेश सरकार की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक 30 अप्रैल तक सभी स्कूलों को न खोलने के आदेश दिए गए थे। इसके बावजूद सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नवांशहर में शनिवार को 11वीं कक्षा में दाखिला के लिए एंट्रेस टेस्ट चल रहा था।
जागरण संवाददाता,नवांशहर : कोरोना के फैलाव के कारण प्रदेश सरकार की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक 30 अप्रैल तक सभी स्कूलों को न खोलने के आदेश दिए गए थे। इसके बावजूद सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नवांशहर में शनिवार को 11वीं कक्षा में दाखिला के लिए एंट्रेस टेस्ट चल रहा था। करीब 350 बच्चे टेस्ट दे रहे थे। जिले के अलग-अलग गांवों से बच्चे टेस्ट देने के लिए आए थे। इस बारे में बच्चों का कहना था कि स्कूल की ओर से इन लोगों को शनिवार को उन्हें टेस्ट के लिए बुलाया गया था इससे पहले भी शुक्रवार व वीरवार को छठी कक्षा व दसवीं कक्षा के लिए एंट्रेस टेस्ट लिया गया था। जब किसी ने पुलिस को शिकायत दी तो एसआइ अशोक कुमार मौके पर पहुंचे और स्कूल में दाखिला टेस्ट को बंद करवाया। प्रिसिपल ने आदेशों के बाद लिया गया था टेस्ट
स्कूल के अध्यापकों का कहना था कि स्कूल के प्रिसिपल के आदेशों के बाद ही स्कूल में बच्चों को बुलाया गया था। स्कूल में शनिवार को कामर्स,साइंस व आर्ट्स की कक्षाओं में दाखिला के लिए बुलाया गया था। नोटिस बोर्ड पर जो शेडयल चिपकाया गया था उस पर स्कूल प्रिसिपल के ही साइन थे। स्कूल टेस्ट नहीं ले सकते : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी जगजीत सिंह का कहना है कि नियमों के मुताबिक स्कूल एंट्रेस टेस्ट कंडक्ट ही नही कर सकता है। उन्होंने कहा कि पहली बात तो यह है कि सरकारी स्कूल एंट्रेस ले ही नही सकता है। स्कूल के प्रिसिपल सर्वजीत सिंह को नोटिस जारी कर इसके बारे में पूछा जाएगा व कानूनी कारवाई की जाएगी। कोविड नियमों के तहत तो स्कूल को वैसे भी खोला नही जा सकता है। इस बारे में एसडीएम जगदीश सिंह जौहल ने कहा कि इस बारे में एक कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी के फैसले ले बाद कारवाई की जाएगी।