अध्यापकों की मेहनत व सुविधाओं में सुधार से बढ़ा सरकारी स्कूलों में रिकॉर्ड दाखिला

कोरोना की महामारी से लोगों को बचाने के लिए जहां लॉकडाउन समय की जरूरत है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 May 2020 05:00 PM (IST) Updated:Sun, 24 May 2020 05:00 PM (IST)
अध्यापकों की मेहनत व सुविधाओं में सुधार से बढ़ा सरकारी स्कूलों में रिकॉर्ड दाखिला
अध्यापकों की मेहनत व सुविधाओं में सुधार से बढ़ा सरकारी स्कूलों में रिकॉर्ड दाखिला

जेएनएन, बलाचौर : कोरोना की महामारी से लोगों को बचाने के लिए जहां लॉकडाउन समय की जरूरत है, वहीं लोगों को इस महामारी से निजात दिलाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सावधानियों से जागरूक करने की भी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को सरकारी स्कूलों के अध्यापक पूरी तनदेही से निभा रहे हैं। इसके साथ ही विभाग के प्रति भी अपनी जिम्मेदारी ऑनलाइन कक्षाएं लगा कर, विद्यार्थियों को किताबें बांट कर, अनाज बांट कर और सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के ऑनलाइन दाखिले करके बखूबी निभा रहे हैं।

इस बात का जिले में लॉकडाउन के बावजूद हो रहे सरकारी स्कूलों के दाखिले के आंकड़े प्रमाण हैं। जिले में न सिर्फ प्री -प्राथमिक से पांचवी तक बल्कि 12वीं तक भी रिकॉर्ड दाखिला दर्ज किया गया है। इस दाखिला बढ़ने का मुख्य कारण सरकारी स्कूलों में दीं जा रही सुविधाओं के साथ-साथ पढ़ाई में बड़े गुणात्मक सुधार भी हैं।

शिक्षा विभाग की तरफ से प्रदेश में साल 2017 में शुरू की प्री- प्राइमरी कक्षाओं में हो रहा विद्यार्थियों का भाषा, सामाजिक, शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक विकास में कामयाब हुआ है, जोकि प्री-प्राइमरी में पिछले साल के मुकाबले 2540 विद्यार्थी के वृद्धि में सहायक हुआ है। सरकारी स्कूलों में अग्रेजी माध्यम की शुरूआत, स्मार्ट क्लास रूम, एलईडीज, स्मार्ट स्कूलों की स्थापना, पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब के अंतर्गत हो रहे गुणात्मक सुधारों के कारण जिले में पहली से 12वीं तक के विद्यार्थियों की संख्या में विस्तार दर्ज किया गया है। किस स्कूल में कितने विद्यार्थी बढ़े

जिला शिक्षा अफसर पवन कुमार अनुसार प्री-प्राइमरी से पांचवीं में ब्लॉक औड़ में 468, बलाचौर-1 में 267, बलाचौर-2 में 298, बंगा में 286, मुकन्दपुर 220, नवांशहर -1 में 770 और सडोआ में 219 विद्यार्थियों का विस्तार हुआ है। इस का मुख्य कारण जिले के अध्यापकों का मेहनती, मेहनती और समय के हानि होना है और पढ़ो पंजाब पढ़ायो पंजाब टीम का सहयोग होना है।

जिला शिक्षा अफसर सुशील कुमार ने बताया कि जिले में छठी से 12वीं में ब्लाक औड़ में 77, बलाचौर -1 में 55, बलाचौर -2 में 98, बंगा में 108 ,मुकन्दपुर 59, नवांशहर -1 में 227 और सड़ोआ में 151 विद्यार्थी अधिक दाखिल हुए हैं। इसका कारण अध्यापकों का ड्यूटी के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित होना है। ऑनलाइन पढ़ाई को मिल रहा सहयोग

इसके अलावा जिले में प्री-प्राइमरी से पांचवीं तक 25073 विद्यार्थी दाखिल हो चुके हैं। छठी से 12वीं तक 28360 विद्यार्थी दाखिल हो चुके हैं जोकि पिछले साल से अधिक हैं। शिक्षा विभाग की तरफ से अलग-अलग चैनलों द्वारा तीसरी से 12वीं कक्षा तक करवाई जा रही। ऑनलइन पढ़ाई में भी दाखिला मुहिम को को अच्छा सहयोग मिला है। इसके साथ विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति अलग रूचि और उत्सुकता देखने को मिल रही है। ऑनलाइन अभिभावक-अध्यापक मिलनी कार्यक्रम भी बना सहायक

मुख्य दफ्तर के दिशा निर्देशों के अंतर्गत चल रही ऑनलाइन माता-पिता अध्यापक मिलनी ने अध्यापकों और माता-पिता की न सिर्फ नजदीकी बढ़ाई है, बल्कि सरकारी स्कूलों के प्रति विश्वास भी पैदा किया है। स्कूल मुखियों अनुसार प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थियों के माता पिता दाखिले संबंधी संबंध में कायम कर रहे हैं। स्कूल अध्यापकों और पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब टीम के प्रयोगों के चलते सरकारी स्कूलों में रोजमर्रा के विद्यार्थी के दाखिल में विस्तार हो रहा है।

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