पार्क में लगी मूर्तियां व फर्श टूटे, फ्लड लाइटें भी खराब

शहर का गुरु गोबिद सिंह पार्क जहां सहूलियतों से लैस होने के कारण गुलजार नजर आता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Nov 2019 05:20 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 06:09 AM (IST)
पार्क में लगी मूर्तियां व फर्श टूटे, फ्लड लाइटें भी खराब
पार्क में लगी मूर्तियां व फर्श टूटे, फ्लड लाइटें भी खराब

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब

शहर का गुरु गोबिद सिंह पार्क जहां सहूलियतों से लैस होने के कारण गुलजार नजर आता है। वहीं इसके बगल में ही स्थित माता भाग कौर हेरिटेज पार्क बदहाल है। माता भाग कौर के नाम पर बनी इस यादगार की प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के चलते दुर्दशा हो चुकी है।

यूं तो पार्क एक तरह से बंद ही पड़ा रहता है। मगर गेट की एंगल टूटी होने के कारण असामाजिक तत्व अंदर घुस जाते हैं। सफाई पक्ष से जहां पार्क का हाल बेहाल है। वहीं पार्क में लगी फ्लड लाइटें भी कई महीनों से खराब होने के चलते रात को अंधेरा छाया रहता है। तत्कालीन डीसी वरुण रुजम तथा एडीसी अमित ढाका की देख-रेख में वर्ष 2010 में इस माई भागो हेरिटेज पार्क का निर्माण करवाया गया था। लोगों खासकर युवाओं को सिख इतिहास से अवगत करवाने के उद्देश्य को लेकर करीब 80 लाख रुपये की लागत से इस यादगारी पार्क का निर्माण हुआ था। मगर हैरत की बात है कि इस विरासती पार्क का उद्घाटन करीब दस वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं हो पाया है। अब तो इसका हाल बेहाल हो चुका है। इसे बनाने के लिए पंजाब हैरीटेज एंड टूरिजम विभाग द्वारा करीब 65 लाख तथा बाकी राशि नगर कौंसिल ने लगाई थी।

सिख इतिहास को बयान करती माता भाग कौर व युद्ध को दर्शाती मूर्तियों की हालत काफी दयनीय है। जहां कई जगहों से ये टूट चुकी हैं वहीं इनका रंग भी उड़ गया है। यही नहीं फर्श का पत्थर भी टूट चुका है। जब इस पार्क का निर्माण करवाया गया था तो इसकी आलौकिक छटा देखते ही बनती थी और लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती थी, मगर अब ये पार्क एक तरह से वीरान हो गया है व असामाजिक तत्वों के काम ही आ रहा है।

पहले जहां पार्क की देखरेख के लिए दो माली थे, वहीं पिछले कई सालों से एक ही माली है जो अकेला पार्क की व्यवस्था संभाल पाने में असर्मथ है जिस कारण पार्क ने जंगल का रुप धारण कर लिया है। पार्क की मोटर भी कोई उखाड़ ले गया है। जिससे पौधों को पानी देने में दिक्कत आ रही है क्योंकि पार्क के बाहर वाटर-व‌र्क्स का नल लगा है। इससे प्लास्टिक की पाइप के जरिए माली पौधों को पानी देता है। मगर वो पाइप भी कई जगहों से टूटी हुई है तथा बहुत छोटी है। पाइप टूटी होने से पानी बहता रहता है। इनसेट

मरम्मत के लिए तीन बार लगाए जा चुके हैं टेंडर : ईओ

नगर कौंसिल के इओ बिपिन कुमार का कहना है कि पार्क की मरम्मत के लिए तीन बार टेंडर लगाए जा चुके हैं। परंतु किसी ने टैंडर नहीं अप्लाई किया। विभाग के पास स्टाफ की कमी भी सफाई कार्य में बाधा है। लाईटें ठीक करवाई गई थी, हो सकता है कि अब दोबारा बंद हो गई हों। फिलहाल वह सफाई करवाने का प्रबंध करते है। टूटी हुई ऐंगल को भी जल्द ठीक करवा दिया जाएगा।

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ईओ से बात कर करवाते है सफाई का प्रबंध : एडीसी

एडीसी डॉ. रिचा का कहना था कि जिला प्रशासन की ओर से पार्क की महत्ता को समझते हुए इसकी मरम्मत कार्य के लिए एक एस्टीमेट बनाकर सरकार के पास भेजा गया था। जोकि अभी तक पास नहीं हो पाया है। फिलहाल पार्क की दुरदर्शा सबंधी वह अभी नगर कौंसिल के ईओ से बात कर सफाई करवाने का प्रबंध करवाते है।

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