मोगा में चौकीदार को बंधक बना नशामुक्ति केंद्र से नौ युवक फरार

मोगा के गांव जनेर में चौकीदार को बंधक बनाकर नौ युवक नशामुक्ति केंद्र से फरार हो गए। इस दौरान युवक चौकीदार का मोबाइल भी अपने साथ ले गए।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Thu, 05 Jul 2018 08:22 PM (IST) Updated:Fri, 06 Jul 2018 08:59 PM (IST)
मोगा में चौकीदार को बंधक बना नशामुक्ति केंद्र से नौ युवक फरार
मोगा में चौकीदार को बंधक बना नशामुक्ति केंद्र से नौ युवक फरार

जेएनएन, मोगा। मोगा-कोटईसे खां रोड पर स्थित गांव जनेर के पास पंजाब सरकार की तरफ से स्थापित किए गए पहले रेड क्रास के नशा छुड़ाओ केंद्र से गत रात्रि नौ युवक चौकीदार को बंधक बनाकर फरार हो गए। युवक चौकीदार की जेब से मुख्य द्वार की चाबियां व उसका मोबाइल भी ले गए।

धर्मकोर्ट के डीएसपी अजयराज सिंह ने बताया कि फरार होने के बाद एक युवक ही अपने घर पहुंचा है, जिसे उसका परिवार फिर से नशा मुक्ति केंद्र में वापस छोड़ गया है। इसके अलावा फरार अन्य किसी युवक के परिवार ने संपर्क नहीं किया है।

डीएसपी अजयराज सिंह ने बताया कि फरार हुए युवकों ने गांव दाता के पास स्थित गुरुद्वारा साहिब के बाहर खड़े एक बाइक को चोरी किया है। सभी आठ युवकों का ब्यौरा नशा मुक्त केंद्र से लिया जा रहा है। कोटईसे खां पुलिस ने चौकीदार मेहर सिंह की शिकायत पर बिना कोई मामला दर्ज किए फरार नशेड़ियों की तलाश शुरू कर दी है।

जिस युवक को उसका परिवार वापस नशामुक्ति केंद्र लेकर आया है, उसने अपना नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया है कि फरार होने के बाद वह अपने घर चला गया, लेकिन अन्य आठ युवक कहां गए उसे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र में उपचार सही नहीं हो रहा था। जो डोज उन्हें दी जानी चाहिए उसे भी नियमित रूप से नहीं दी जा रही थी।

युवक ने बताया कि नशे की लत के कारण उसके शरीर में दर्द रहता था। हमें नशा मुक्त केंद्र में अपनी मौत बेहद करीब दिखने लगी थी। यही वजह थी कि एक बार खुद को बचाने के लिए सभी ने नशा मुक्त केंद्र से फरार होने की योजना बनाई। तय योजना के अनुसार जिस समय केंद्र का चौकीदार रात के समय उनके वार्ड का दरवाजा बंद करने पहुंचा तो उन्होंने उसे दबोच कर बंधक बना लिया। इसके बाद उसकी जेब से मुख्यद्वार की चाबियां और मोबाइल निकालने के बाद फरार हो गए।

डीसी ने दिए घटना की जांच के आदेश

डीसी दिलराज सिंह ने घटना की जांच का आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि फरार युवकों को पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि जनेर के नशा मुक्त केंद्र में उपचार या रखरखाव में कमी संबंधी किसी तरह की कोई शिकायत कभी उनके पास नहीं आई है।

सांसद के भर्ती कराए गए 6 नशेड़ी भागे नशा मुक्ति केंद्र से

उधर, अमृतसर में सरकारी मेडिकल कॉलेज स्थित स्वामी विवेकानंद नशा मुक्ति केंद्र में पिछले चार दिनों में लाए गए ज्यादातर नशेड़ी यहां ये निकलने की ताक में हैैं। सांसद गुरजीत सिंह औजला की ओर से यहां भर्ती करवाए गए करीब 40 नशेड़यिों में से छह बहाने बनाकर फरार भी हो चुके हैैं।

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