कुंडी कनेक्शन पर चल रहे मीटर

मोगा : साधावाली बस्ती के पास के मोहल्ले में लगभग बहुत से घरों के बिजली मीटर घरों से बाहर बक्सों मे लगे हैं, लेकिन इसके बावजूद बक्सों पर सील नहीं है और बिजली मीटरों को खुद तारें डालकर डायरेक्ट किया गया है, ताकि बिजली का बिल ज्यादा न आ सके।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Oct 2018 10:17 PM (IST) Updated:Tue, 16 Oct 2018 10:17 PM (IST)
कुंडी कनेक्शन पर चल रहे मीटर
कुंडी कनेक्शन पर चल रहे मीटर

राज कुमार राजू, मोगा : साधावाली बस्ती के पास के मोहल्ले में लगभग बहुत से घरों के बिजली मीटर घरों से बाहर बक्सों मे लगे हैं, लेकिन इसके बावजूद बक्सों पर सील नहीं है और बिजली मीटरों को खुद तारें डालकर डायरेक्ट किया गया है, ताकि बिजली का बिल ज्यादा न आ सके।

ऐसा करने से पावरकॉम को सीधे तौर पर मोटी चपत लग रही है। बताया जा रहा है कि कुछेक पॉवरकाम अधिकारियों की मिलीभगत से बिजली चोरी हो रही है, जिसके चलते अभी तक साधांवाली बस्ती में कोई कार्रवाई नहीं की गई।

गौर रहे कि बिजली चोरों के लिए अब बिजली चोरी करना और भी आसान हो गया है, इससे अधिकारी भी बेहद परेशान हैं। बिजली चोरी करने के लिए लोग पिल्लर बॉक्स में कुंडी लगाकर या मीटर टैंपर करवाकर बिजली चोरी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि विभाग द्वारा लगाए गए ज्यादातर पिल्लर बक्सों में ताले ही नहीं लगाए गए हैं जिस कारण पिल्लर बॉक्स में जब चाहे कोई भी छेड़छाड़ कर सकता है। पावरकॉम अधिकारी भी नहीं करते कार्रवाई

शहर की कुछ स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों द्वारा पिल्लर बॉक्स में लगे मीटरों को विभाग के कुछ कर्मचारियों की शह पर कुंडी लगाकर बिजली की चोरी की जा रही है। उसका पता खुद विभाग को भी है लेकिन पावरकॉम के निचले स्तर पर मिले हुए कर्मचारियों के कारण ही बिजली की चोरी होती है। एक विशेष उपकरण लगा होती है बिजली चोरी

सूत्रों के अनुसार पावरकॉम के कुछ बिजली मीटर एक यंत्र लगाने से रुक जाते हैं जिसको पकड़ना पावरकॉम के अधिकारियों के हाथ में भी नहीं है। यह टिफिन नुमा यंत्र शहर के प्राइवेट बिजली कर्मियों की देन है, जिसे घर के किसी भी स्विच में लगा दें तो बिजली मीटर रुक जाता है। इस यंत्र के बाजार में 3 हजार से 10 हजार रुपए लिए जा रहे हैं। अधिकांश लोग आजकल इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर कोई बिजली कर्मी चे¨कग के लिए आता है तो इस यंत्र को नहीं पकड़ पाता है।

मीटरों की करवाई जाएगी जांच : एसडीओ

एसडीओ गुरप्रीत ¨सह कंग के ध्यान में लाया तो उनको कुछ हैरानी तो हुई कि लोग बिजली की चोरी किस ढंग से कर रहे हैं। लेकिन इस मामले को गंभीरता से लेकर संबंधित इलाकों में टीमों को भेजकर उपरांत खुद भी मौका का निरीक्षण करने की बात कही। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी करना कानूनी जुर्म है। जिसे वह किसी भी कीमत पर नहीं होने देगें। उक्त इलाके के लोगों के मीटरों का रिकार्ड चेक करके कार्रवाई की जाएगी।

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