जिले में 900 आशा वर्कर, बिल क्लेम किया 1500 का

मोगा बेटियों को बचाने की जिम्मेदारी संभालने वाले विभाग ने महिला दिवस के मौके पर 600 ऐसी आशा वर्करों को नाश्ता करा दिया जो है ही नहीं जिले में आशा वर्कर काम कर रही हैं 900 के लगभग रिफ्रेशमेंट का बिल सिविल सर्जन के पास 1500 का पेश कर दिया गया। मामले की पोल खुलते ही सिविल सर्जन ने बिल का भुगतान तो रोक दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Apr 2019 10:25 PM (IST) Updated:Sun, 07 Apr 2019 06:26 AM (IST)
जिले में 900 आशा वर्कर, बिल क्लेम किया 1500 का
जिले में 900 आशा वर्कर, बिल क्लेम किया 1500 का

राजकुमार राजू, मोगा : बेटियों को बचाने की जिम्मेदारी संभालने वाले विभाग ने महिला दिवस के मौके पर 600 ऐसी आशा वर्करों को नाश्ता करा दिया जो है ही नहीं, जिले में आशा वर्कर काम कर रही हैं 900 के लगभग, रिफ्रेशमेंट का बिल सिविल सर्जन के पास 1500 का पेश कर दिया गया। मामले की पोल खुलते ही सिविल सर्जन ने बिल का भुगतान तो रोक दिया।

कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए प्री नेटल डायग्नोस्टिक टेस्ट (पीएनडीटी) सेल के बारे में जागरूक करने के लिए सेहत विभाग की ओर से रैलियों, सेमिनार के लिए फंड मुहैया कराया जाता है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि पीएनडीटी कोआर्डिनेटर पर इसी योजना में लगभग ढाई लाख के फंड के खर्च में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं।

हाल ही में महिला दिवस के मौके पर आठ मार्च को एक कार्यक्रम किया गया था, कार्यक्रम के तहत आशा वर्करों को कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जागरूक करने के लिए बुलाया गया था। सूत्रों का कहना है कि जिले भर में हुए कार्यक्रमों में कुल लगभग 900 की संख्या में नियुक्त आशा वर्करों में से 25-30 प्रतिशत आशा वर्कर पहुंची ही नहीं थीं, लेकिन रिफ्रेशमेंट का बिल 1500 आशा वर्करों का क्लेम कर लिया।

आशा वर्करों को दी गई रिफ्रेशमेंट एक पनीर का पकोड़ा, एक फ्रूटी, एक बर्फी को डिब्बे में बंद कराकर दिया गया था। इसका बिल प्रति डिब्बा 70 रुपये क्लेम किया गया।

मामले की पोल खुलने के बाद अब संबंधित कोऑर्डीनेटर दुकानदार के पास नया बिल बनलाने के लिए चक्कर लगा रहा है। इससे पहले भी ये मुलाजिम उस समय चर्चा में आया था जब पिछले महीने कस्बा कोट ईखे खां में आयोजित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ रैली को रवाना करने के लिए मुख्य मेहमान को बुलाने की बजाय खुद ही झंडी देकर रैली को रवाना कर दिया था।

बिल में गड़बड़ी जैसा कुछ भी नहीं : सिविल सर्जन

इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ.जसप्रीत कौर का कहना है कि बिल में गड़बड़ी जैसा कुछ नहीं है, हालांकि ये बात भी उन्होंने स्वीकार कर ली कि उन्होंने अभी बिल पास नहीं किया है।

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