पाठशाला मंदिर में भजन गायन, हनुमान जी की महिमा का किया गुणगान

स्थानीय श्री सनातन धर्म पाठशाला में बने प्राचीन हनुमान जी के मंदिर में भक्तों ने हनुमान जी के दर्शन कर कोरोना महामारी को खत्म करने की प्रार्थना की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Jun 2021 10:12 PM (IST) Updated:Wed, 02 Jun 2021 10:12 PM (IST)
पाठशाला मंदिर में भजन गायन, हनुमान जी की महिमा का किया गुणगान
पाठशाला मंदिर में भजन गायन, हनुमान जी की महिमा का किया गुणगान

संवाद सहयोगी, मोगा

स्थानीय श्री सनातन धर्म पाठशाला में बने प्राचीन हनुमान जी के मंदिर में भक्तों ने हनुमान जी के दर्शन कर कोरोना महामारी को खत्म करने की प्रार्थना की।

पंडित अरुण,पंडित पवन गौतम की अगुआई में समस्त श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में पूजन किया और ज्योति प्रचंड की। सामूहिक रूप से श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया। पूंजी राम नाम की पाकर तेरा होवेगा कल्याण, दुनिया में देव हजारों है हनुमान तुम्हारा क्या कहना,संकट हरने वाले को हनुमान कहते हैं. आदि भजनों का गुणगान करके भक्ति रस बिखेरा। पंडित अरुण शुक्ला ने बताया कि हमें नित प्रतिदिन श्री हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। हनुमान जी कलयुग के ऐसे देव हैं जो अपने भक्त की भक्ति पर प्रसन्न होकर उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण करते हैं। संकट के समय अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। उन पर आने वाले दुखों का निवारण करते हैं। उन्होंने कहा कि समय समय पर इस तरह महामारी जैसी परिस्थितियां आती है जो सदा नहीं रहती। ऐसी घड़ी में संयम के साथ अपना व दूसरो का बचाव करना है। उन्होंने बताया कि यह 100 वर्ष प्राचीन मंदिर है जहां हनुमान जी का अलग से मंदिर बना हुआ है। दूर दूर से भक्त दर्शन को आते हैं, हनुमान जी को भोग लगाते हैं। हम सबको इसी तरह मंदिर में रूटीन से आकर भगवान के दर्शन कर घर वापस जाना है। नैनो यूरिया का प्रयोग करें किसान : सुखजिदर सिंह मिट्टी में यूरिया के प्रयोग में कमी लाने के मकसद से इफको ने रिसर्च के जरिये नैनो यूरिया तरल का विकास किया है। इफको की ओर से तैयार किया यह संसार का पहला नैनो यूरिया प्रभावशाली व असरदार यूरिया है जिसका विकास आत्म निर्भर भारत व आत्म निर्भर खेती की तर्ज पर स्वदेसी तकनीक से किया गया है।

यह जानकारी इफको के जिला मैनेजर सुखजिदर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि गुजरात के कलोल स्थित इफको नैनो जैव प्रोद्योगिक रिसर्च केन्द्र में तैयार किया गया है। सुखजिदर सिंह ने कहा कि नैनो यूरिया की 500 मिलीलीटर की एक बोतल आम यूरिया के कम से कम एक बैग जितनी समर्था रखती है। उन्होंने कहा कि इसके उपयोग से किसानों की आमदन, फसल की उपज, क्वालिटी में बढ़ोत्तरी होगी तथा लागत कीमत में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि मिट्टी में ज्यादा यूरिया का प्रयोग से नैनो यूरिया से कंट्रोल होगा। उन्होंने कहा कि इंडियन फामर्स फर्टीलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड इफको आनलाइन-आफलाइन मोड में 31 मई को दिल्ली में हुई 50वीं वार्षिक आम बैठक में किसानों के लिए संसार का पहला नैनो यूरिया तरल लेकर आई है।

chat bot
आपका साथी