यह रेस्ट हाउस कभी था समराला की शान, अब अनदेखी से मिट रहा नामोनिशान

कभी पंचायत समिति का समराला की शान रहा रेस्ट हाउस समय समय सिर आए अधिकारियों की लापरवाही के कारण उसका नामोनिशान मिट गया।

By Edited By: Publish:Fri, 15 Feb 2019 09:38 PM (IST) Updated:Sat, 16 Feb 2019 10:58 AM (IST)
यह रेस्ट हाउस कभी था समराला की शान, अब अनदेखी से मिट रहा नामोनिशान
यह रेस्ट हाउस कभी था समराला की शान, अब अनदेखी से मिट रहा नामोनिशान

जेएनएन, समराला। कभी पंचायत समिति समराला की शान रहा रेस्ट हाउस समय-समय पर आए अधिकारियों की लापरवाही के कारण उसका नामोनिशान मिट गया। यह रेस्ट हाउस शहर के मेन चौक के नजदीक साढे़ तीन एकड़ जमीन के मध्य में बना हुआ है। अब इस रेस्ट हाउस की छतों के अलावा इसके आसपास की चारदीवारी भी गायब हो चुकी है। विभाग के किसी भी अधिकारी ने इस रेस्ट हाउस की मरम्मत नहीं करवाई। जिस कारण अब यह खंडहर में तबदील हो चुका है। अब आसपास के लोगों ने वहां गंदगी फेंकनी शुरू कर दी है। बदबू फैलती देख शहर निवासियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। धीरे-धीरे रेस्ट हाउस के साथ लगती खाली जमीन में झाडियां पैदा हो गई और साथ ही इसकी दीवारें व गेट भी गायब हो गए। अपना वजूद खो चुके इस रेस्ट हाउस को समराला की शान समझा जाता था, जहां ठहरने के लिए पंचायत समिति के पास वीआईपी को बु¨कग करवानी पड़ती थी।

कई बार बुकिंग इतनी हो जाती थी कि वीआईपी को जवाब मिल जाता था। कई साल इस रेस्ट हाउस में समय समय पर आये पुलिस के डीएसपी की रिहायश भी रही। इस रेस्ट हाउस में इंडस्ट्री मिनिस्टर स्व. करम सिंह गिल भी मीटिंग करना पसंद करते थे। जैसे जैसे रेस्ट हाउस की देखरेख कम होती गई उस तरह ही यहां वीआईपी का आना भी कम हो गया। इस रेस्ट हाउस की एक दीवार माछीवाड़ा सडक के साथ लगने के कारण यहां लोगों ने खोखे रख कर अवैध कब्जे किए हुए है। विभाग द्वारा इन्हे नोटिस देने के बाद कब्जे बरकरार है।

कई योजनाएं बनाई पर नहीं हुई परवान

ब्लॉक समिति अधिकारियों ने इस जगह पर कई योजनाएं बनाई लेकिन सिरे कोई भी नही चढ़ सकी। आखिरी योजना विभाग ने बैंक स्केल की बनाकर चंडीगढ़ के हैड आफिस भेजी थी। पेच वहां फस गया जब रेस्ट हाउस की जगह में लगे वृक्ष को काटने के लिए ग्रीन ट्रिब्यूनल ने मंजूरी नही दी।

पार्क बनाने की हो रही कोशिश

दूसरी तरफ भ्रष्ट्राचार विरोधी फ्रंट ने इस जगह पर ग्रीन पार्क बनाने की विभाग के पास मांग रखी थी और कहा था कि शहर में लोगों के पास कोई पार्क नहीं है जहां शहर निवासी आराम से बैठ सकें। आज फ्रंट के मैंबर शहर निवासियों को रेस्ट हाउस कह जगह पर पार्क बनाने के लिए कोशिश कर रहे है।

बस स्टैंड बनाने की योजना नहीं चढ़ी सिरे

नगर कौंसिल ने इस जगह पर बस स्टैंड बनाने की योजना भी पंचायत के पास रखी थी। उस समय नगर कौंसिल के पूर्व प्रधान जसवीर सिंह जस्सी विराजमान थे और उन्होंने इस जगह के बदले जहां अब नया बस स्टैंड बना हुआ है उसके बदले पंचायत समिति को देने की पेशकश की थी, लेकिन मामला सिरे नही चढ़ सका।

विभाग के चेयरमैन बनते ही बैंक स्केल बनाने की योजना सिरे चढ़ेगी

इस संबंध में बलाक पंचायत अफसर परमवीर कौर का कहना है कि विभाग के चेयरमैन बनते ही बैंक स्केल बनाने की योजना सिरे चढ़ जाएगी। उन्होंने भ्रष्ट्राचार विरोधी फ्रंट द्वारा कब्जे के दोष को नकार दिया और कहा कि वहां विभाग द्वारा दुकान बनाई जा रही थी। उन्होने यह भी कहा कि माछीवाड़ा सडक पर रेस्ट हाउस की जगह अपने खोखे रखकर कब्जे करने वालों के लिए कब्जे हटाने के नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं।

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