लुधियाना में कांग्रेस नेता की फैक्ट्री के मैनेजर से लूटे 3.42 लाख, डेढ़ घंटे बाद पहुंची पुलिस बोली-खुद ढूंढो स्कूटर

रत्न फैब्रिक्स फैक्ट्री के मालिक एवं जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक सेल के महासचिव सचिन जैन ने बताया कि उन्होंने किसी क्लाइंट से पैसे लेने थे। उन्होंने अपने मैनेजर व रिश्तेदार संदीप जैन को स्कूटर देकर भेजा। उसने पैसों वाला बैग स्कूटर की डिग्गी में रखा तभी यह घटना हुई।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Sun, 11 Oct 2020 08:07 AM (IST) Updated:Sun, 11 Oct 2020 09:41 AM (IST)
लुधियाना में कांग्रेस नेता की फैक्ट्री के मैनेजर से लूटे 3.42 लाख, डेढ़ घंटे बाद पहुंची पुलिस बोली-खुद ढूंढो स्कूटर
लुटेरों की ओर से घायल संदीप जैन अपने जख्म के निशान दिखाते हुए। (जेएनएन)

लुधियाना, जेएनएन। गिल रोड पर लुटेरे रत्न फैब्रिक्स के मैनेजर को दात से घायल कर उससे स्कूटर छीनकर फरार हो गए। स्कूटर की डिग्गी में 3.42 लाख रुपये थे। वहीं कमिश्नरेट की पुलिस का हाल देखिए, पहले तो वह घटनास्थल पर डेढ़ घंटे बाद पहुंची, दूसरा वह पीड़ित को ही स्कूटर ढूंढऩे के लिए धूरी लाइन पर जाने को कहने लगे। बाद में पुलिस ने केस भी कांग्रेस नेता के कहने पर ही दर्ज किया।

रत्न फैब्रिक्स फैक्ट्री के मालिक एवं जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक सेल के महासचिव सचिन जैन ने बताया कि उन्होंने किसी क्लाइंट से पैसे लेने थे। उन्होंने अपने मैनेजर व रिश्तेदार संदीप जैन को स्कूटर देकर भेजा। उसने पैसों वाला बैग स्कूटर की डिग्गी में रखा और फिर वापस आने लगा। रास्ते में ही बिना नंबर वाली वरना कार उसका पीछा करने लगी। जैसे ही संदीप अरोड़ा पैलेस कट से गिल रोड की तरफ जाने लगा, तो वरना कार सवारों ने उसे साइड मार गिरा दिया। कार में से दो युवक निकले और उससे स्कूटर छीनने लगे।

जब मैनेजर ने विरोध किया तो आरोपितों ने उसकी बाजुओं पर दात से हमला कर घायल कर दिया। उसने फिर भी स्कूटर नहीं छोड़ा तो कार से तीसरा युवक निकला जिसके पास पिस्तौल था। उसने गोली मारने की धमकी दी, तो उसने स्कूटर छोड़ दिया। इसके बाद लुटेरे स्कूटर लेकर फरार हो गए। इसके बाद वहां दुकानदार एकत्र हो गए और मैनेजर को साइड में बिठाकर मरहम पट्टी की और फिर उन्हें मोबाइल पर इस घटना की जानकारी दी। थाना छह के प्रभारी अमनदीप सिंह बराड़ का कहना है कि हमारी ओर से कोई ढिलाई नहीं बरती गई। 

आरोप: पुलिस ने धमका कर कहा, इतने पैसे ले जाने का क्या औचित्य

सचिन जैन के अनुसार वारदात शुक्रवार की शाम 6.45 मिनट पर हुई थी। उन्होंने उसी समय इसकी शिकायत पुलिस कंट्रोल रूम पर दी। वह मैनेजर संदीप को लेकर करीब आधे घंटे तक वारदात स्थल पर पुलिस का इंतजार करते रहे, मगर कोई मुलाजिम नहीं पहुंचा। फिर उनकी ओर से थाना शिमलापुरी पुलिस को भी जानकारी दी गई, मगर वहां से भी पुलिस कर्मचारी नहीं पहुंचे।

इसके बाद उन्होंने कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के प्रदेश अध्यक्ष अहमद अली गुड्डू से जब फोन करवाया तो पुलिस वहां पहुंची। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मी पीडि़त मैनेजर को ही प्रताडि़त करने लगे। वह उसे धमकाने लगे कि इतने पैसे लेकर जाने का औचित्य क्या है। यही नहीं रात दस बजे उन्हें खुद धूरी लाइन पर स्कूटर तलाशने के लिए कह दिया।

लुटेरों के निशाने पर रहता है गिल रोड

गिल रोड पर ज्यादातर व्यापारियों के पैसे का लेनदेन होता है, इसलिए यह एरिया हमेशा लुटेरों के निशाने पर रहा है। पहले लोन देने वाली कंपनी से 30 किलो सोना, बाद में सुनार से एक किलो सोना, बैंक में पैसे जमा करवाने आए बुजुर्ग से नकदी लूटने जैसी वारदातें इसी इलाके में हो चुकी है। मगर पुलिस फिर भी इस एरिया में अपनी सतर्कता नहीं बढ़ा पा रही है। 

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