क‌र्फ्यू तक निगम का मेहमान रहेगा पिटबुल

गिल रोड ईशर सिंह नगर से पकड़ा पिटबुल अब भी नगर निगम के लिए आफत बना है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Apr 2020 04:00 AM (IST) Updated:Wed, 15 Apr 2020 04:00 AM (IST)
क‌र्फ्यू तक निगम का मेहमान रहेगा पिटबुल
क‌र्फ्यू तक निगम का मेहमान रहेगा पिटबुल

राजेश भट्ट, लुधियाना

गिल रोड ईशर सिंह नगर से पकड़ा पिटबुल अब भी नगर निगम के लिए आफत बना है। कुत्ते की मालकिन का सुराग तो लग गया, लेकिन क‌र्फ्यू खत्म होने तक निगम अफसरों को पिटबुल की मेहमान नवाजी करनी होगी। पिटबुल की मालकिन ने निगम अफसरों को फोन करके कह दिया कि वह शहर से बाहर कहीं फंसी हुई हैं। क‌र्फ्यू खत्म होने के बाद जैसे ही लुधियाना पहुंचेगी तो कुत्ते को ले जाएगी। वहीं निगम अफसर महिला को क‌र्फ्यू पास दिलाने की बात भी कर चुके हैं, लेकिन वह शहर से बाहर होने की बात करके अभी कुत्ता घर ले जाने को तैयार नहीं है। ऐसे में क‌र्फ्यू खत्म होने तक नगर निगम को पिटबुल को अपने कब्जे में ही रखना होगा।

पिटबुल तीन अप्रैल से निगम के पास है और निगम अफसरों को रोजाना उसे चिकन खिलाना पड़ रहा है। यही नहीं, उसकी देखरेख करना भी मुश्किल हो रहा है। जब से कुत्ते को पकड़ा है उसे पिजरे में ही बंद रखा है। जब भी कोई उसके पास जाता है तो वह गुर्राने लगता है। निगम अफसरों ने कुत्ते के मालिकों का पता लगाने के लिए कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया। संस्थाओं की तरफ से निगम अफसरों को फोन नंबर उपलब्ध करवाया गया जिस पर कॉल करके अफसरों ने पिटबुल वापस ले जाने को कहा। लेकिन एक बार फोन रिसीव करने के बाद उक्त व्यक्ति ने फोन बंद कर दिया। कुछ दिन के बाद एक महिला ने निगम के वेटरनरी अफसर को फोन करके कहा कि वह जमालपुर की रहने वाली है, हालात सामान्य होते ही पालतू कुत्ता ले जाएगी।

निगम वसूलेगा मेहमान नवाजी का खर्च

नगर निगम कुत्ते के मालिकों के सामने आने के बाद उनसे मेहमान नवाजी का खर्च भी वसूलेगा। निगम जो चीजें कुत्ते को खिला रहा है उसका बिल बनाकर मालिक को देगा। इसके अलावा चेक किया जाएगा कि मालिक ने पिटबुल रखने की अनुमति ली है या नहीं। अगर अनुमति नहीं ली तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।

बड़ा सवाल : जमालपुर से गिल रोड कैसे पहुंचा पिटबुल

महिला खुद को जमालपुर की बता रही है और नगर निगम ने पिटबुल को गिल रोड स्थित इशर सिंह नगर से पकड़ा था। वहीं महिला निगम अफसरों को पता सिर्फ जमालपुर बता रही है। निगम अफसरों द्वारा पूरा पता पूछने पर भी नहीं बताया। अब सवाल यह उठता है कि कुत्ता जमालपुर से इशर सिंह नगर कैसे पहुंच गया? निगम अफसरों को अंदेशा है कि महिला कार्रवाई के डर से पता गलत बता रही है। कुत्ते की मालकिन ने फोन कर बताया कि वह क‌र्फ्यू के बाद उसे ले जाएगी। अब यह तहकीकात की जा रही है कि जिस महिला का फोन आया है वही मालिक है या नहीं। अब क‌र्फ्यू खत्म होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. हरबंस डल्ला, सीनियर वेटरनरी अफसर, नगर निगम

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