दो सगे भाइयों ने फल बेचने वाले की हत्या कर नहर में फेंका शव, मास्टरमाइंड सहित तीन गिरफ्तार

दूसरे दुकानदार के फलों की अधिक बिक्री होने और अपनी दुकान के कम फल बिकने के द्वेष में दो सगे भाइयों ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।

By Edited By: Publish:Wed, 30 Jan 2019 08:45 AM (IST) Updated:Wed, 30 Jan 2019 10:29 AM (IST)
दो सगे भाइयों ने फल बेचने वाले की हत्या कर नहर में फेंका शव, मास्टरमाइंड सहित तीन गिरफ्तार
दो सगे भाइयों ने फल बेचने वाले की हत्या कर नहर में फेंका शव, मास्टरमाइंड सहित तीन गिरफ्तार

जेएनएन, लुधियाना। दूसरे दुकानदार के फलों की अधिक बिक्री होने और अपनी दुकान के कम फल बिकने के द्वेष में दो सगे भाइयों ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। दोनों दुकानदार लुधियाना से होलसेल में फल लेकर आगे सप्लाई करते थे। पुलिस ने दोनों सगे भाइयों समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इनका एक साथी उत्तर प्रदेश फरार हो गया है। दरअसल कोहाड़ा निवासी फल विक्रेता यशपाल गुलाटी को इन आरोपितों ने इसलिए मार डाला, क्योंकि उसकी वजह से उनका काम नहीं चल रहा था। यशपाल 8 दिन पहले लापता हो गया था। वह 20 जनवरी को फल की डिलीवरी देने गए थे और वापस नहीं लौटे। उनके खन्ना निवासी दामाद तेजिंदर सिंह ने यशपाल की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई। तेजिंदर ने पुलिस के पास शंका जाहिर की थी कि उनके व्यापार में विरोधी उनका अपहरण कर सकते हैं। मोबाइल कॉल डिटेल के माध्यम से जांच शुरू की गई। पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे देखे।इस दौरान मुकेश एक सीसीटीवी कैमरे में मुंह बांधे हुए पाया गया, जो इस केस को ट्रेस करने में सूत्रधार बना। पुलिस ने पहले शाहनवाज खान निवासी कोहाड़ा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने पूरी वारदात कबूल ली।

केले लेने के बहाने बुलाया फिर की हत्या

शाहनवाज ने बताया कि यशपाल के कारण उनका कारोबार नहीं चल रहा था। उनके ग्राहक भी उसके पास जाने लगे थे। उसकी गुलाटी से तनातनी भी हुई थी। शाहनवाज ने अपने भाई शहजाद खान, दोस्त मुकेश कुमार और नौकर मनोज कुमार के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई थी। मनोज ने फैक्ट्री में लंगर की बात कहकर गुलाटी को 8 क्रेट केले का आर्डर दिया था। 20 जनवरी को गुलाटी अपनी बोलेरो कार में केले लेकर टैंकी रोड पर पहुंचा तो वहां मौजूद मुकेश उसे कार में गांव हीरां ले गया। वहां पर महिंदरा मांजा कार में पहले से शाहनवाज, शहजाद और मनोज बैठे हुए थे। कार के पीछे बोलेरो खड़ी कर दी और गाड़ी की डिक्की में केले रखवाकर मुकेश ने कहा कि बाऊ जी गाड़ी की पिछली सीट पर बैठे हैं, वहां उनसे पैसे ले लो। जब वह खिड़की के पास पहुंचा तो मनोज ने उसे गाड़ी की पिछली सीट पर बिठा लिया। इसी दौरान दूसरी साइड पर आकर मुकेश बैठ गया। फिर कार की अगली सीट पर बैठे शाहनवाज और शहजाद ने गाड़ी भगा ली।

गला दबाने से नहीं मरा तो सरिए से मारा

गाड़ी में चारों ने उसके गले में कपड़ा डालकर उसका गला दबा दिया और उसे गांव मेहलों के शाहनवाज के प्लॉट में ले गए। उसकी सांस अभी चल रही थी। तभी शाहनवाज और उसके भाई शहजाद ने उसके गले पर सरिया रखकर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसका शव कमरे में पड़े रेत के नीचे दबा दिया।

शक न हो गाड़ी सुनसान जगह पर खड़ी की

हत्या की आशंका न हो इसलिए आरोपितों ने गुलाटी की जेब से गाड़ी की चाबी निकाली। शाहनवाज और मुकेश मोटरसाइकिल पर वहां गए जहां से उसे अगवा किया था। फिर उसकी बोलेरो गाड़ी को लेकर गांव गाही भैणी में खाली जगह पर छोड़ आए। उसकी गाड़ी में ही केले भी रख दिए और वापस घर चले गए। फिर रात को शव ले जाकर गुरुद्वारा कटाना साहिब के पास नीलों नहर के पुल पर नहर में फेंक दिया।

तीन गिरफ्तार, उत्तर प्रदेश भागा आरोपित

रामगढ़ चौकी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर हरभजन सिंह का कहना है कि मनोज इस मामले में शाहनवाज, शहजाद और मुकेश को काबू कर लिया है जबकि मनोज कुमार उत्तर प्रदेश में अपने गांव भाग गया है। हम तीनों आरोपितों को अदालत में पेश करके रिमांड पर ले रहे हैं, ताकि इनकी निशानदेही पर शव की तलाश की जा सके। पुलिस को उनके द्वारा बताई जा रही हत्या की वजह भी हजम नहीं हो रही है। इनसे असल वजह संबंधी भी पूछताछ की जाएगी।

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