चुनावी रंजिश में भिड़े कांग्रेस व अकाली समर्थक, सुखबीर बादल ने की पुलिस कार्रवाई की मांग
खन्ना के पास के गांव इकोलाहा में पंचायत चुनाव के बाद दूसरी बार चुनावी रंजिश में दो पक्ष आपस में भिड़ गए। मारपीट अकाली और कांग्रेस समर्थकों के बीच हुई।
जागरण संवाददाता, खन्ना। खन्ना के पास के गांव ईकोलाहा में पंचायत चुनाव के बाद दूसरी बार चुनावी रंजिश में अकाली और कांग्रेस समर्थक आपस में भिड़ गए। मारपीट के बाद अकाली समर्थक पहले एसएसपी खन्ना के दफ्तर पहुंचे और बाद में वे पायल में सुखबीर बादल की रैली में पहुंच कर उनसे मिले। सुखबीर ने भी इस दौरान मंच से ही कांग्रेसियों पर धक्केशाही और गुंडागर्दी के आरोप लगाते हुए अधिकारियों को कार्रवाई करने की बात कही।
पुलिस को दी शिकायत में अकाली समर्थक पाला सिंह निवासी गांव ईकोलाहा ने बताया कि उसका बेटा परमिंदर सिंह उर्फ मन्ना अपने दोस्त दलजीत सिंह के साथ खन्ना से गांव को जा रहा था। ईंट भट्ठे के पास गुरप्रीत सिंह, सनी सिंह, रविंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, बहादुर सिंह, अमनदीप सिंह और 15-16 अज्ञात युवकों ने उसे रोककर उसके साथ मारपीट कर उसे घायल कर दिया। इसके बाद आरोपित उनके बेटे परमिंदर सिंह को गुरप्रीत सिंह बिल्ले के घर ले गए जहां जबरन उसे शराब पिलाकर तेजधार हथियारों से हमला किया। दूसरे पक्ष के गुरप्रीत सिंह भी सिविल अस्पताल में उपचारधीन है। उसने बताया कि वह अपने घर में सो रहा था। करीब आधा दर्जन लोग उसके घर का दरवाजा तोड़कर दाखिल हुए। वे बेसबाल, दातर और राडों से लैस थे। उन्होंने आते ही उसपर हमला कर दिया। शोर सुनकर उसके परिवार के सदस्य तथा गांववासी मौके पर पहुंचे। लोगों को आता देख बाकी लोग मौके से भाग गए, जबकि परमिंदर सिंह को उन्होंने पकड़ लिया जिसे उन्होने गांव के गणमान्यों की उपस्थिति में पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस को दी शिकायत में अकाली समर्थक पाला सिंह निवासी गांव ईकोलाहा ने बताया कि उसका बेटा परमिंदर सिंह उर्फ मन्ना अपने दोस्त दलजीत सिंह के साथ खन्ना से गांव को जा रहा था। ईंट भट्ठे के पास गुरप्रीत सिंह, सनी सिंह, रविंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, बहादुर सिंह, अमनदीप सिंह और 15-16 अज्ञात युवकों ने उसे रोककर उसके साथ मारपीट कर उसे घायल कर दिया। इसके बाद आरोपित उनके बेटे परमिंदर सिंह को गुरप्रीत सिंह बिल्ले के घर ले गए जहां जबरन उसे शराब पिलाकर तेजधार हथियारों से हमला किया। दूसरे पक्ष के गुरप्रीत सिंह भी सिविल अस्पताल में उपचारधीन है। उसने बताया कि वह अपने घर में सो रहा था। करीब आधा दर्जन लोग उसके घर का दरवाजा तोड़कर दाखिल हुए। वे बेसबाल, दातर और राडों से लैस थे। उन्होंने आते ही उसपर हमला कर दिया। शोर सुनकर उसके परिवार के सदस्य तथा गांववासी मौके पर पहुंचे। लोगों को आता देख बाकी लोग मौके से भाग गए, जबकि परमिंदर सिंह को उन्होंने पकड़ लिया जिसे उन्होने गांव के गणमान्यों की उपस्थिति में पुलिस को सौंप दिया।