गर्मी में छूटे लेबर के पसीने, इंडस्ट्री के लिए प्रोडक्शन कर पाना हो रहा मुश्किल; बिजली कटों ने भी बढ़ाई परेशानी

गर्मी के कारण लेबर बीमार हो रही है। ऐसे में इंडस्ट्री के लिए कम लेबर करे चलते प्रोडक्शन कर पाना मुश्किल हो रहा है। विश्वकर्मा इंडस्ट्री के एमडी चरणजीत सिंह विश्वकर्मा के मुताबिक गर्मियों के दौरान अक्सर लेबर की समस्या देखने को मिलती है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Mon, 23 May 2022 09:48 AM (IST) Updated:Mon, 23 May 2022 09:48 AM (IST)
गर्मी में छूटे लेबर के पसीने, इंडस्ट्री के लिए प्रोडक्शन कर पाना हो रहा मुश्किल; बिजली कटों ने भी बढ़ाई परेशानी
गर्मी के कारण लेबर बीमार हो रही है।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। गर्मी के चलते लेबर के प्रभावित होने का सिलसिला जारी है। इन दिनों में कर्मी बीमार भी हो रहे हैं और भीषण गर्मी के कारण उनकी कार्यक्षमता में भी गिरावट आ रही है। ऐसे में इंडस्ट्री के लिए कम लेबर के चलते प्रोडक्शन कर पाना भी मुश्किल हो रहा है। कई कारखानों की उत्पादन क्षमता पांच से दस प्रतिशत प्रभावित हो रही है। इसके साथ ही बिजली के कटों के कारण लेबर को खाली बिठाकर भी वेतन देना पड़ रहा है।

विश्वकर्मा इंडस्ट्री के एमडी चरणजीत सिंह विश्वकर्मा के मुताबिक गर्मियों के दौरान अक्सर लेबर की समस्या देखने को मिलती है। यह समस्या मई-जून से आरंभ होती है। हालांकि, इस बार गर्मी अप्रैल से ही शुरू हो जाने के कारण पहले ही समस्या देखने को मिल रही है। इंडस्ट्री में लेबर की शार्टेज के साथ-साथ आम दिनों की तरह लेबर प्रोडक्शन नहीं कर पा रही। इससे प्रोडक्शन लास हो रहा है। हालांकि गर्मी अधिक होने के चलते हमारा प्रयास प्रोडक्शन के साथ-साथ हमारी लेबर को स्वस्थ रखने का भी है। इसके लिए उनके लिए रिफ्रेशमेंट से लेकर ठंडक पहुंचाने तक का खास प्रबंध किया जा रहा है।

दुआ ग्रुप आफ कंपनीज के विकास दुआ के मुताबिक इस समय इंडस्ट्री के लिए कच्चे माल के दामों में हो रहे इजाफे के साथ साथ सबसे बड़ी समस्या भीषण गर्मी से लेबर का प्रभावित होना है। अभी प्रोडक्शन प्रोसेस को सुचारू चलाने के लिए कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। किस दिन किस विभाग का कर्मचारी अवकाश पर होगा, इसका आंकलन नहीं हो पा रहा। ऐसे में प्रोडक्शन कर पाना बेहद मुश्किल हो रहा है। इसके चलते पांच से दस प्रतिशत प्रोडक्शन प्रभावित हो रही है।

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