बियर बार की फीस तीन माह के लिए टालने की मांग, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने कैप्टन को भेजा पत्र

होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ पंजाब ने सूबा सरकार से आग्रह किया है कि अगले वित्त वर्ष के लिए बीयर बार की फीस को तीन माह के लिए टाल दिया जाए।

By SatpaulEdited By: Publish:Sat, 28 Mar 2020 02:43 PM (IST) Updated:Sun, 29 Mar 2020 01:42 PM (IST)
बियर बार की फीस तीन माह के लिए टालने की मांग, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने कैप्टन को भेजा पत्र
बियर बार की फीस तीन माह के लिए टालने की मांग, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने कैप्टन को भेजा पत्र

लुधियाना, जेएनएन। कोरोना महामारी के चलते पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना के चलते सूबे में कर्फ्यू लागू है। तमाम गतिविधियों पर रोक है। होटल, रेस्टोरेंट एवं बार बंद हैं। ऐसे में होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ पंजाब ने सूबा सरकार से आग्रह किया है कि अगले वित्त वर्ष के लिए बीयर बार की फीस को तीन माह के लिए टाल दिया जाए। साथ ही हालात सामान्य होने के तीन माह बाद ही फीस ली जाए। फीस सालाना की बजाए तिमाही आधार पर ली जाए। इससे उद्योग को बड़ी राहत मिलेगी। इस संबंध में पूरे तर्को के साथ होटल एसोसिएशन ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, वित्तायुक्त एवं एक्साइज एंड टेक्सेशन कमिश्नर को पत्र लिख कर राहत देने की वकालत की है।

एसोसिएशन के प्रधान अमरवीर सिंह का दावा है कि पंजाब में करीब ढाई से तीन हजार तक बीयर बार हैं। उद्यमियों एवं कारोबारियों को 31 मार्च तक अगले वित्त वर्ष के लिए बार फीस जमा करानी है। सूबे में चार लाख रुपये सालाना बार फीस है और 70 हजार रुपये ड्राफ्ट बीयर की फीस है। कुल 4.70 लाख रुपये एकमुश्त जमा कराने हैं। सरकार ने अभी तक तारीख में इजाफा नहीं किया है। अमरवीर सिंह ने कहा कि करीब तीन हजार बीयर बार मालिकों में से केवल 20 से 25 ने ही फीस जमा कराई है।कोरोना के चलते पिछले करीब 10 दिन से कारोबार बंद है।

अब बार फीस 31 मार्च तक जमा कराना कारोबारियों के बस में नहीं है। ऐसे में सरकार को तीन माह के लिए टाल देना चाहिए। हिमाचल सरकार ने भी इसी तरह की सुविधा कारोबारियों को दी है। राहत न मिली तो अगले साल सूबे में बीयर बार नहीं चलेंगे। उनका तर्क है कि उद्योग व्यापार सूबे की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।

तारीख बढ़ाने का कोई फैसला नहीं किया: ईटीसी

पंजाब के एक्साइज एंड टेक्सेशन कमिश्नर विवेक प्रताप का कहना है कि सूबे में बार फीस जमा कराने की अंतिम तारीख 31 मार्च ही है। अभी इसे बढ़ाने के लिए कोई फैसला नहीं लिया गया है। ट्रेड की ओर से कोई मांग नहीं की गई है। यदि ट्रेड मांग करेगा तो विचार किया जा सकता है। 

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