पुणे से चार दिन बाद भी नहीं आई महिला की रिपोर्ट, सेहत विभाग छिपा रहा जानकारी

दूसरी तरफ डीसी ने दो दिन पहले अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि जब तक पुणे भेजे सैंपल की रिपोर्ट नहीं आती तब तक वह पक्के तौर पर महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की घोषणा नहीं कर सकते।

By Edited By: Publish:Sat, 28 Mar 2020 07:00 AM (IST) Updated:Sat, 28 Mar 2020 09:47 AM (IST)
पुणे से चार दिन बाद भी नहीं आई महिला की रिपोर्ट, सेहत विभाग छिपा रहा जानकारी
पुणे से चार दिन बाद भी नहीं आई महिला की रिपोर्ट, सेहत विभाग छिपा रहा जानकारी

लुधियाना, जेएनएन। पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल की प्रारंभिक जांच में कोरोना पॉजटिव पाई गई गुरदेव नगर की 55 वर्षीय महिला की सेहत विभाग ने 24 मार्च को पुणे की लैब में सैंपल भेजे हुए हैं। उसकी जांच रिपोर्ट शुक्रवार को भी नहीं आई। शुक्रवार को सिविल सर्जन ने कहा कि महिला के सैंपल की जांच रिपोर्ट उनके पास नहीं आएगी। जब उनसे पूछा कि रिपोर्ट किसके पास आएगी, तो उनका कहना था कि स्टेट हैडक्वार्टर के पास जाएगी। ऐसे में सवाल उठता है कि जब पहले से तय था कि रिपोर्ट स्टेट हैडक्वार्टर जानी है तो सेहत विभाग के अधिकारी तीन दिन तक रिपोर्ट को लेकर असमंजस क्यों पैदा करते रहे। यह भी चर्चा है कि सेहत विभाग के अधिकारी महिला की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से बच रहे हैं।

दूसरी तरफ डीसी ने दो दिन पहले अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि जब तक पुणे भेजे सैंपल की रिपोर्ट नहीं आती तब तक वह पक्के तौर पर महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की घोषणा नहीं कर सकते। हालांकि राज्य सरकार द्वारा 25 मार्च को जारी किए मेडिकल बुलेटिन में महिला को कोरोना पॉजिटिव के तौर पर शामिल कर लिया गया है।

सात और नए संदिग्धों के सैंपल भेजे, 58 में से 56 की रिपोर्ट नेगेटिव

सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि शुक्रवार तक 58 सैंपल की जांच रिपोर्ट आ गई है। इसमें 56 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसमें कोरोना पॉजिटिव महिला के पति, नौकर, ड्राइवर, दोस्त व डीएमसीएच के चिकित्सक भी शामिल हैं, जबकि दो मरीजों की सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनमें एक लुधियाना की महिला है, जबकि दूसरी जालंधर की। सिविल सर्जन ने बताया कि शुक्रवार को सात नए मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट शनिवार को आएगी।

सेहत विभाग के लिए अबूझ पहेली बना लिंक ढूंढना

गुरदेव नगर की 55 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव महिला इस संक्रमण की चपेट में कैसे आई, यह सेहत विभाग पता नहीं लगा पाया है। विभाग पिछले चार दिनों से लगातार महिला के जानकारों, रिश्तेदारों से परिचितों से जानकारी जुटा रहा है। सेहत विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि अभी तक जितनी भी हिस्ट्री मिली है, उसमें कहीं भी किसी एनआरआइ के महिला के संपर्क में आने की बात सामने नहीं आई है। ऐसे में समझ से परे है कि महिला तक यह वायरस कहां से पहुंचा।

सीएमसी अस्पताल को भी जानकारी देने से किया इंकार

सीएमसी अस्पताल ने 26 मार्च को जालंधर के निजात्म नगर की 72 साल की बुजुर्ग महिला के कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव आने को लेकर प्रेस नोट जारी किया था। मगर शुक्रवार को सेहत विभाग ने सीएमसी प्रबंधन को कोरोना पॉजिटिव महिला के बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। मालूम चला कि सेहत विभाग के उच्च अधिकारियों ने सीएमसीएच को कोरोना व संदिग्ध मरीजों से संबंधित किसी भी जानकारी को सार्वजनिक न करने के बारे में कहा गया है।

शक्ति नगर किया सील

कोरोना से दम तोड़ने वाले नवांशहर के बुजुर्ग के अंतिम संस्कार में गए दंपती को पुलिस ने किया आइसोलेट शुक्रवार देर शाम बीस से पंद्रह पुलिस मुलाजिमों की एक टीम बस्ती जोधेवाल के शक्ति नगर में पहुंची। टीम ने करीब दो घंटे तक इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। किसी ने सेहत विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर बताया कि इस इलाके में एक दंपती पिछले कई दिनों से बीमार है। यह भी कहा गया कि यह दंपती नवांशहर के पठालवा में कोरोना वायरस से दम तोड़ने वाले बुजुर्ग के अंतिम संस्कार में भी गया था। ऐसे में यह जिला प्रशासन ने इस सूचना को गंभीरता से लिया और पुलिस ने उस दंपती को ढूंढा। फिर उन्हें एंबुलेंस में अस्पताल लेजाया गया और उन्हें आइसोलेट कर दिया गया है। साथ ही पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है।

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