लुधियाना में कृषि सुधार कानूनाें के विराेध में सड़कों पर उतरे वामपंथी संगठन, माेदी सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

अब्दुल्लापुर बस्ती में नेताओं ने पहले मीटिंग की और उसके बाद रोष मार्च निकाला। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि केंद्र सरकार की पूंजीपति नीतियों के खिलाफ किसानों के समर्थन में एकजुट होकर विरोध जताएं ताकि केंद्र की सरकार पास किए किसान विरोधी विधेयक को रद करें।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 12:36 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 12:36 PM (IST)
लुधियाना में कृषि सुधार कानूनाें के विराेध में सड़कों पर उतरे वामपंथी संगठन, माेदी सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
किसानाें के आंदोलन का महानगर में असर कम दिख रहा है। (जेएनएन)

लुधियाना,  [डीएल डॉन]। किसानाें के आंदोलन का महानगर में असर कम दिख रहा है। किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ  वामपंथी दलों और मजदूर संगठनों की ओर से  वीरवार काे देशव्यापी हड़ताल  करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन  यहां  प्रभाव कम रहा। वामपंथी पार्टियों के समर्थकों ने  जुलूस निकाला और सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया वही  सीटू के समर्थकों ने  फोकल प्वाइंट, शेरपुर और ग्यासपुरा आदि में रोष मार्च निकालकर नारेबाजी की।

अब्दुल्लापुर बस्ती में नेताओं ने पहले मीटिंग की और उसके बाद रोष मार्च निकाला। उन्होंने  लोगों से आह्वान किया कि  केंद्र सरकार की  पूंजीपति नीतियों के खिलाफ  किसानों के समर्थन में  एकजुट होकर  विरोध जताएं, ताकि केंद्र की सरकार पास किए किसान  विरोधी विधेयक को रद करें। कामिक्स पार्टी के वरिष्ठ नेता डा. अरुण मिश्रा ने कहा कि देश भर में मज़दूरों के संगठन मोदी सरकार की पूंजीपतियों के पक्ष में जोर-शोर से लागू की रहीं मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतर कर दिया जता रहे हैं ताकि देश में  श्रम की  सक्षम हो सके।

इस दाैरान कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता डीपी मोड़ ने कहा कि किसानों के संगठन कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए दिल्ली कूच कर रहे हैं, जिसमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के समर्थक भारी संख्या में शामिल है। कारखाना मज़दूर नेता लखविंदर ने कहा कि मज़दूर केंद्र, मोल्डर एंड स्टील वर्कर्ज यूनियन,नौजवान भारत सभा, टेक्सटाइल-हाेजरी कामगार यूनियन, लोक एकता संगठन व जम्हूरी अधिकार सभा आदि सरकार के खिलाफ राेष जता रहे हैं।

चौकों पर भारी तादाद में पुलिस तैनात

किसान आंदोलन से निपटने के लिए सभी चौकों पर भारी तादाद में खड़ी है। जगराओं पुल पर करीब दो दर्जन से ज्यादा पुलिस जवानाें की तैनाती की गई है। इसके अलावा जालंधर बाईपास चौक, रेलवे स्टेशन बस स्टैंड गिल चौक प्रताप चौक समराला चौक बस्ती जोधेवाल चौक, अयाली चौक व राजगुरु नगर चौक आदि जगहों पर भारी संख्या में पुलिस बल खड़ी है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।    

chat bot
आपका साथी