जगराओं के सिविल अस्पताल को मिलेगा सिल्वर सर्टीफिकेट

जगराओं सिविल अस्पताल को जल्द ही सिल्वर सर्टीफिकेट मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jan 2020 07:00 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jan 2020 07:00 AM (IST)
जगराओं के सिविल अस्पताल को मिलेगा सिल्वर सर्टीफिकेट
जगराओं के सिविल अस्पताल को मिलेगा सिल्वर सर्टीफिकेट

जासं, जगराओं : जगराओं सिविल अस्पताल में पिछले चार वर्षों से मरीजों को मिलने वाली सेहत सुविधाओं को देखते हुए हर वर्ष कोई न कोई अवार्ड अस्पताल को मिल रहा है। इस बार जगराओं सिविल अस्पताल को प्रधानमंत्री 'जन आरोग्य योजना' की सफलता पर सिल्वर सर्टीफिकेट के लिए अपना स्थान बना लिय है। यह जानकारी एसएमओ डॉ सुखजीवन कक्कड़ ने दी।

उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन डॉ. आरके बग्गा व विभाग के सीनियर अधिकारियों के सहयोग व जगराओं सिविल अस्पताल के समूह स्टाफ की मेहनत से 2016 से उपलब्धियां प्राप्त करते आ रहे है। वर्षं 2016-17 कायाकल्प मुकाबले में तहसील स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त कर एक लाख रुपए पुरस्कार प्राप्त किया था। वर्ष 2017 में पुन: कायाकल्प मुहिम में तहसील स्तर पर पहला स्थान प्राप्त कर साढ़े सात लाख का पुरस्कार जीते थे। वर्षं 2017 में उनको स्टाफ सहित राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त हुआ था। जबकि वर्ष 2019 में सिविल अस्पताल ने सर्वोत्तम एक्सीलेंट हेल्थ सर्विंस का अवार्ड प्राप्त किया था। इसी वर्ष अस्पताल की बेहतरीन सेवाओं, सफाई प्रबंधों व अन्य बेहतरीन प्रबंधों के कारण उनको नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्ड सर्टीफिकेट प्राप्त हुआ। इस सर्टीफिकेट तहत अस्पताल हर वर्ष आठ लाख रुपए तीन वर्ष के लिए अस्पताल के विकास कार्यों के लिए मिल रहे है।

एसएमओ ने बताया कि इसके साथ ही सिविल अस्पताल जगराओं को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को बेहतर तरीके से लागू करने के कारण सिल्वर सर्टीफिकेट के लिए चुन लिया गया है। डॉ.सुखजीवन के अनुसार उक्त उपलब्धियों पर अवार्ड व लाखों रुपए इनाम में हासिल करने के अलावा आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना को शर्तों के अनुसार व लक्ष्य से अधिक मरीजों को सुविधा देने पर सिविल अस्पताल जगराओं पंजाब में तहसील स्तर पर दूसरे व लुधियाना जिले में तीसरे नंबर पर है। अस्पताल में 834 मरीजों ने इसका लाभ उठाया। जिनमें 602 मरीजों को दी सुविधाएं तहत 26 लाख 40 हजार रुपए आ चुके हैं।

वर्ष 2017 में शहर की समाज सेवी संस्था की ओर से लगाए गए डायलिसिस सेंटर में चार हजार से अधिक मरीज मुफ्त डायलिसिस का लाभ ले चुके हैं। इस तरह अस्पताल में स्थापित हुए ब्लड बैंक में दो हजार यूनिट एकत्र किए गए हैं। एसएमओ ने इस सफलता के लिए अपने सीनियर स्टाफ डॉक्टरों और अन्य स्टाफ का श्रेय दिया।

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