कागजों में बता रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू, लेकिन छह साल से है बंद

विरासती शहर के दूषित और केमिकलयुक्त पानी को साफ करने के लिए 12 करोड़ की लागत से करीब 15 साल पहले बना सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट छह साल से बंद है जबकि अधिकारी अपने कागजों में ट्रीटमेंट प्लांट को चालू बता रहे हैं हालांकि इस संबंध में निगरानी कमेटी के मेंबर संत बलबीर सिंह सीचेवाल एनजीटी को रिपोर्ट भी सौंप चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Mar 2019 09:49 PM (IST) Updated:Mon, 11 Mar 2019 09:49 PM (IST)
कागजों में बता रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू, लेकिन छह साल से है बंद
कागजों में बता रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू, लेकिन छह साल से है बंद

हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला : विरासती शहर के दूषित और केमिकलयुक्त पानी को साफ करने के लिए 12 करोड़ की लागत से करीब 15 साल पहले बना सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट छह साल से बंद है, जबकि अधिकारी अपने कागजों में ट्रीटमेंट प्लांट को चालू बता रहे हैं, हालांकि, इस संबंध में निगरानी कमेटी के मेंबर संत बलबीर सिंह सीचेवाल एनजीटी को रिपोर्ट भी सौंप चुके हैं। अभी तक कपूरथला के ट्रीटमेंट प्लांट की किसी ने सूध नहीं ली है। दूषित पानी को साफ करने वाला रिएक्टर भी छह साल से नहीं चल रहा है जिसके चलते दूषित पानी बिना ट्रीट किए काली बेई में डाला जा रहा है। इस रिएक्टर की तमाम प्लेटें डैड हो चुकी हैं। इस ट्रीटमेंट का मुद्दा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की मीटिग में उठ चुका है, जिसमें संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा है कि ट्रीटमेंट प्लांट कई सालों से बंद है, जबकि अधिकारी कागजों में कह देते हैं कि ट्रीटमेंट प्लाट चल रहा है।

प्लांट को 11 अप्रैल 2012 से चला रहा नगर कौंसिल

11 अप्रैल 2012 से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का चार्ज नगर कौंसिल कपूरथला को मिला था जिसके कुछ समय बाद ही इसकी हालत दयनीय होती चली गई। लगभग छह साल से सीवरेज के गंदे पानी को साफ करने के लिए लगाया गया रिएक्टर बंद पड़ा है। इस रिएक्टर के नीचे पानी को साफ बनाने वाली प्लेटें पूरी तरह डेड हो चुकी हैं। इसके अलावा पानी से पॉलीथीन और अन्य सालिड मटेरियल को अलग करने वाली दो संक्रीनों में एक मेन्यूवल चल रही है, जबकि दूसरी तो तकरीबन पांच साल से ही बंद पड़ी है।

पहले सीवरेज बोर्ड चला रहा था प्लांट

बताया जाता है कि इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को पहले सीवरेज बोर्ड चला रहा था और उस दौरान संक्रीन की एक मोटर खराब हो गई थी जिस रिपेयर के लिए भेजा गई लेकिन वह आज तक वापस ही नही आ सकी है। शहर के दूषित पानी को ट्रीटमेंट प्लाट में फेंकने के लिए सात मोटर लगे हुए हैं। इनमें एक 50 हॉर्स पावर और एक 25 हॉर्स पावर की मोटर काफी समय से खराब है। ट्रीटमेंट प्लाट चल रहा है लेकिन वह पानी साफ करने का काम नहीं हो पा रहा है। सिर्फ मोटर के जरिए पानी को बेई में पहुंचाने का काम ही हो रहा है। इसके अलावा गैस होल्डर भी काफी समय से बंद पड़ा है। सलज पंप भी कई माह से ठप पड़ा है। एक मोटर चलती है और एक बंद पड़ी है।

फंड जारी होते ही ठीक करवा दिया जाएगा: अमृतपाल कौर

नगर कौंसिल कपूरथला की प्रधान अमृतपाल कौर वालिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस संबंधी पूरा मामला आला अधिकारियों के ध्यान में है। फंड जारी होते ही इसे ठीक करवा दिया जाएगा।

सरकार को भेज गई है रिपोर्ट : कुलभूषण गोयल

ईओ कुलभूषण गोयल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के संबंध में सरकार को रिपोर्ट भेज दी गई है और फंड रिलीज होते ही नगर कौंसिल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को ठीकं कर चालू करवाएगी।

दूषित हो रहा बेई का जल : सीचेवाल

संत बलबीर सिंह सीचेवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि

अब तो यह मामला एनजीटी पास पहुंच चुका है, लेकिन फिर भी संबंधित विभाग के अधिकारी कोई कदम नहीं उठा रहे। इससे पवित्र बेई का जल भी दूषित हो रहा है।

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