वेटिंग लाउंज में 75 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था, 78 सीटर विमान, शारीरिक दूरी के नियम पर सवालिया निशान

Adampur Airport Jalandhar साधारण दिनों में भी पैसेंजर वेटिंग लाउंज की बेहद तंग जगह यात्रियों के शोर-शराबे की वजह बनती रही है। यात्रियों को बैठने की कुर्सी नहीं मिल पाती है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 09:16 AM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 09:16 AM (IST)
वेटिंग लाउंज में 75 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था, 78 सीटर विमान, शारीरिक दूरी के नियम पर सवालिया निशान
वेटिंग लाउंज में 75 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था, 78 सीटर विमान, शारीरिक दूरी के नियम पर सवालिया निशान

जालंधर, जेएनएन। रीजनल कनेक्टिविटी के तहत कवर किए गए सिविल एयरपोर्ट आदमपुर पर यात्रियों के बीच शारीरिक दूरी को बनाए रखने के नियम पर सवालिया निशान लगता दिखाई दे रहा है। सिविल एयरपोर्ट आदमपुर की पैसेंजर वेटिंग लाउंज में मात्र 75 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है, जबकि दिल्ली-आदमपुर सेक्टर में ऑपरेट किए जाने वाले स्पाइस जेट विमान की यात्री क्षमता 78 है। ऐसे में अगर विमान की क्षमता के मुताबिक यात्री केवल एयरपोर्ट आदमपुर पहुंच जाते हैं तो फिर बेहद तंग जगह में स्थित पैसेंजर वेटिंग लाउंज में शारीरिक दूरी के सिद्धांत की धज्जियां उड़नी तय हैं।

साधारण दिनों में भी पैसेंजर वेटिंग लाउंज की बेहद तंग जगह यात्रियों के शोर-शराबे की वजह बनती रही है। यात्रियों को बैठने की कुर्सी नहीं मिल पाती थी, जिस वजह से यात्री व्यवस्था के खिलाफ अपना रोष जाहिर करते थे। हालांकि वर्ष 2019 से आदमपुर सिविल एयरपोर्ट के नए टर्मिनल की इमारत का निर्माण जारी है जिसे मार्च 2020 तक कंप्लीट किया जाना था, लेकिन यह काम भी निर्धारित समय से बुरी तरह से पिछड़ चुका है। इस बारे में एयरपोर्ट के अधिकारियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करवाने के लिए प्रयास जारी 

हालांकि सिविल एयरपोर्ट आदमपुर पर हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों एवं स्टाफ का कोरोना वायरस से बचाव करने को नागर विमानन मंत्रालय की तरफ से जारी की गई गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करवाए जाने की कोशिश की जा रही है। फ्लाइट में सवार होने से पहले यात्री के बोर्डिंग पास पर लगने वाली स्टैंप को इन्हीं दिशा-निर्देशों के अंतर्गत नहीं लगाने का निर्णय लिया गया है। विमान में सवार होने वाले यात्रियों की उपस्थिति को मात्र रिकॉर्ड ही किया जाएगा। सिक्योरिटी चेक से पहले ही निर्धारित दूरी पर गोले बना दिए गए हैं। यात्रियों को इन्हीं गोलों में ही खड़ा होना होगा। इसके अलावा यात्रियों को फ्लाइट में मास्क का पहना भी जरूरी होगा और उनके पास सैनिटाइजर भी हर हाल में होने चाहिए। 

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