जालंधर में बेरोजगार अध्यापकों का प्रदर्शन 32वें दिन में पहुंचा, छह बार आश्वासन के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं

जालंधर में बीएड टेट पास बेरोजगार अध्यापक यूनियन के सदस्यों का प्रदर्शन 32वें दिन तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूर्ण नहीं किया गया तो वे किसी भी हद तक कर गुजरने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 03:59 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 04:19 PM (IST)
जालंधर में बेरोजगार अध्यापकों का प्रदर्शन 32वें दिन में पहुंचा, छह बार आश्वासन के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं
जालंधर में मांगों को लेकर 32वें दिन भी प्रदर्शन करते हुए बेरोजगार अध्यापक।

जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में बीएड टेट पास बेरोजगार अध्यापक यूनियन के सदस्यों का प्रदर्शन 32वें दिन तक पहुंच गया है। अब तक शिक्षा मंत्री से छह बार मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन मिल चुका है, मगर अभी तक कोई भी कार्रवाई न हो पाने की वजह से अध्यापकों का रोष निरंतर बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि शिक्षा मंत्री की कोठी के बाहर पांच बार अपना रोष व गुस्सा भी जाहिर कर चुके हैं। अब शिक्षक मान रहे हैं कि उनके सब्र का इंतहा हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूर्ण नहीं किया गया तो वे किसी भी हद तक कर गुजरने से भी पीछे नहीं हटेंगे। क्योंकि हर बार शिक्षा मंत्री की तरफ से समय तो मांग लिया जाता है, मगर किया कुछ नहीं जाता। हाल ही में किए गए प्रदर्शन के दौरान शिक्षा मंत्री ने तो यही कहा था कि वे उनकी मांगों का एजेंडा मुख्यमंत्री के समक्ष रख रहे हैं। इसके बावजूद हुआ कुछ नहीं। अब शिक्षक जल्द ही नए संघर्ष की घोषणा कर सकते हैं, भले ही वे अभी कुछ पलों के शांत बैठे हुए हैं, मगर शांति ज्यादा दिनों के लिए नहीं चलेगी। क्योंकि धीरे-धीरे शिक्षकों के संगठन एकजुट हो रहे हैं और बड़े स्तर पर जालंधर में ही रोष रैली व संघर्ष का कड़ा रूप भी शिक्षा मंत्री को देखना पड़ सकता है। क्योंकि अभी तक हुए संघर्षों की वजह से वे तो परेशान हुए ही हैं और उनकी वजह से इलाका निवासियों का भी शिक्षा मंत्री प्रति गुस्सा बढ़ा ही है।

chat bot
आपका साथी