यात्रीगण कृपया ध्यान दें: ऑटोमेटिक हैं तेजस के दरवाजे, रिश्तेदार बाहर से ही करें हेलो-हाय

यात्रीगण कृपया ध्यान दें। शताब्दी एक्सप्रेस में ऑटोमेटिक दरवाजे हैं। कृपया यात्रियों को उनके रिश्तेदार बाहर से ही हेलो हाय करें..।

By Edited By: Publish:Thu, 25 Apr 2019 10:36 PM (IST) Updated:Fri, 26 Apr 2019 08:58 AM (IST)
यात्रीगण कृपया ध्यान दें: ऑटोमेटिक हैं तेजस के दरवाजे, रिश्तेदार बाहर से ही करें हेलो-हाय
यात्रीगण कृपया ध्यान दें: ऑटोमेटिक हैं तेजस के दरवाजे, रिश्तेदार बाहर से ही करें हेलो-हाय

जेएनएन, जालंधर। यात्रीगण कृपया ध्यान दें। शताब्दी एक्सप्रेस में ऑटोमेटिक दरवाजे हैं। कृपया यात्रियों को उनके रिश्तेदार बाहर से ही हेलो हाय करें..। क्योंकि ट्रेन रुकने पर खुद ही दरवाजे खुलते हैं और ट्रेन के चलते ही खुद ब खुद दरवाजे बंद हो जाएंगे। कुछ इस तरह की घोषणा वीरवार को शताब्दी एक्सप्रेस के आने और जाने पर सुबह और शाम होती रही। बताते हैं कि रेलवे की तरफ से शताब्दी एक्सप्रेस के साथ दो महीने के लिए ट्रायल बेस पर हाई स्पीड ट्रेन तेजस के कोच लगाए गए हैं। दो महीने के बाद इन्हें पर्मानेंट कर दिया जाएगा। हालांकि अभी यह ट्रेन प्रत्येक वीरवार को शताब्दी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन (12031-32) चलेगी। एडीएमई निखिल ने बताया कि रेलवे की तरफ से अभी इन कोच को ट्रायल बेस पर जोड़ा गया और 6 जून को बाद उन्हें पर्मानेंट कर दिया जाएगा।

छह जून के बाद 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बड़ी ही सादगी के साथ इसके तेजस के रैक जोड़े गए हैं। इलेक्शन के बाद 6 जून को इसे पर्मानेंट तौर पर चलाया जाएगा। यह ट्रेन 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। बता दें कि तेजस के कोच रेल कोच फैक्टरी कपूरथला की तरफ से तैयार किए गए हैं, इसके निर्माण में करीब 40 करोड़ रुपए की लागत आई है।

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