आरटीआइ एक्टिविस्ट ने ट्रस्ट चेयरमैन पर अधिकारों के दुरुपयोग के आरोप लगाए, आहलुवालिया ने झूठ का पुलिदा बताया

आरटीआइ एक्टिविस्ट सिमरनजीत सिंह ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलुवालिया के खिलाफ चीफ विजिलेंस डायरेक्टर को शिकायत भेजी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 09:38 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 09:38 PM (IST)
आरटीआइ एक्टिविस्ट ने ट्रस्ट चेयरमैन पर अधिकारों के दुरुपयोग के आरोप लगाए, आहलुवालिया ने झूठ का पुलिदा बताया
आरटीआइ एक्टिविस्ट ने ट्रस्ट चेयरमैन पर अधिकारों के दुरुपयोग के आरोप लगाए, आहलुवालिया ने झूठ का पुलिदा बताया

जागरण संवाददाता, जालंधर : आरटीआइ एक्टिविस्ट सिमरनजीत सिंह ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलुवालिया के खिलाफ चीफ विजिलेंस डायरेक्टर को शिकायत भेजी है। उसमें आरोप लगाया कि चेयरमैन ने सरकार की दिए अधिकारों का दुरुपयोग किया है। आरटीआइ एक्टिविस्ट ने चेयरमैन पर मुख्य रूप से चार आरोप लगाए हैं। इन आरोपों की कापी लोकल बाडी सरकार को भी भेजी है। आरटीआइ एक्टिविस्ट सिमरनजीत सिंह का आरोप है कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन को उनकी इनोवा गाड़ी के लिए तो डीजल खर्च मिल रहा है लेकिन उनके साथ चलने वाली पायलट जिप्सी बिना मंजूरी चलाई जा रही है। उसका डीजल खर्च भी किसी अन्य अधिकारी के नाम पर डाला जा रहा है। दूसरा आरोप यह है कि चेयरमैन आहलूवालिया का बेटा गगनदीप सिंह काकू आहलूवालिया बिना किसी अधिकार के इंप्रूवमेंट ट्रस्ट आफिस में लगातार बैठता है। काकू आहलुवालिया ट्रस्ट आफिस का एक कमरा भी इस्तेमाल कर रहा है। इसके अतिरिक्त 2 प्लाटों को लेकर भी आरोप लगाए हैं। लाजपत नगर में प्लाट नंबर 12 की अलाटमेंट जानबूझ कर रोकी गई है और डीए लीगल को भेज कर रुकावट डाली गई है। ऐसे ही मास्टर तारा सिंह नगर में एक कमर्शियल साइट की अलाटमेंट भी सुप्रीम कोर्ट के आर्डर के खिलाफ जाकर की जा रही है। इससे ट्रस्ट को करोड़ों रुपये का नुकसान होगा। अगर इस प्लाट की ओपन बोली की जाती है तो ट्रस्ट को ज्यादा फायदा होगा। सिमरनजीत सिंह का आरोप है कि काकू आहलुवालिया ही सभी फाइलों को क्लियर करते हैं और हर फाइल पहले काकू के पास जाती है। ----------

आहलुवालिया का जवाब-सभी काम नियमों के तहत हो रहे, कोरोना के कारण बेटा मदद के लिए आता है उधर सिमरनजीत सिंह के आरोपों को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलुवालिया ने बेबुनियाद बताया है। चेयरमैन ने कहा है कि सभी आरोप निराधार हैं। उनकी गाड़ी के अतिरिक्त किसी भी दूसरी गाड़ी में ट्रस्ट के खर्च पर डीजल नहीं डलवाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण आपात स्थिति में ही जिप्सी का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि एक ही गाड़ी में आफिस स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों के साथ बैठना ठीक नहीं है। सिर्फ आपात स्थिति में जिप्सी इस्तेमाल होती है। कोरोना के कारण ही पब्लिक डीलिग में उनका बेटा काकू आहलुवालिया उनकी मदद के लिए आफिस आता है। काकू आहलुवालिया को ट्रस्ट कार्यालय में कोई भी कमरा नहीं दिया गया है। स्वास्थ्य कारणों से उनकी मदद के लिए बेटा मौजूद रहता है लेकिन किसी भी काम में उसका दखल नहीं है। लाजपत नगर में प्लाट की अलाटमेंट के मुद्दे पर कहा कि अलाटमेंट के प्रोसेस की पूरी जांच के लिए ही फाइल डीए लीगल को भेजी गई। ट्रस्ट के हित देखना ही उनकी डयूटी है। मास्टर तारा सिंह नगर में कमर्शियल प्लाट की अलाटमेंट के प्रस्ताव पर आहलुवालिया ने कहा कि प्लॉट अलॉट करने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। इसे मंजूर करना या ना करना सरकार के अधिकार क्षेत्र में है। इसके कुछ भी गलत नहीं है।

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