सवारियों को लूटने वाले थ्री-व्हीलर गैंग के दो भाइयों समेत पांच गिरफ्तार

देहात पुलिस ने ऑटो में सवारियों को बिठाकर उनसे लूटपाट करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

By Edited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 08:23 PM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 10:26 AM (IST)
सवारियों को लूटने वाले थ्री-व्हीलर गैंग के दो भाइयों समेत पांच गिरफ्तार
सवारियों को लूटने वाले थ्री-व्हीलर गैंग के दो भाइयों समेत पांच गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, जालंधर : देहात पुलिस ने ऑटो में सवारियों को बिठाकर उनसे लूटपाट करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। सीआईए स्टाफ-2 ने नवांशहर के गांव सरहाला रानुआं निवासी तरलोचन सिंह उर्फ गोल्डी (28), टांडा के गांव बाबक दरिया निवासी हरजीत सिंह उर्फ बब्बू (36), स्थानीय गांव सुरानस्सी निवासी अंकुश उर्फ रिंकू (28), स्थानीय बस्तियात निवासी हरजिंदर सिंह उर्फ बच्चा (22) और उसके भाई कुलदीप सिंह उर्फ पाला (23) को गिरफ्तार किया है।

रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में स्टाफ-टू के इंचार्ज शिव कुमार ने बताया कि शनिवार को एसआइ सुरिंदर सिंह को सूचना मिली थी कि थ्री-व्हीलर पर जाली नंबर लगाकर सवारियों से लूटपाट करने वाले गैंग के पांच सदस्य जीटी रोड अड्डा पचरंगा के पास से थ्री व्हीलर पर गुजर रहे हैं। पुलिस ने नाकेबंदी कर पांचों को काबू किया। आरोपितों की निशानदेही पर तीन थ्री व्हीलर और विभन्न बैंकों के आठ एटीएम कार्ड बरामद किए। इनमें दो थ्री-व्हीलर के नंबर पीबी 08 सीजी 8769 और पीबी 08 बीए 9122 हैं, जबकि एक थ्री व्हीलर पर नंबर नहीं था। किसी भी वाहन का दस्तावेज आरोपितों के पास नहीं था। पुलिस ने पांचों के खिलाफ थाना भोगपुर में केस दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश करके दो दिन का रिमांड लिया है।

परागपुर-भोगपुर के बीच चलाते थे थ्री व्हीलर

एसआइ सुरिंदर सिंह ने बताया कि आरोपित परागपुर-भोगपुर के बीच अपने तीन थ्री व्हीलर चलाते थे। वे सवारियों को पहले थ्री-व्हीलर में बिठाते थे। इसके बाद बीच रास्ते में वाहन में खराबी होने के बहाने सवारियों से वाहन को धक्का या उन्हें वाहन का क्लच दबाने को कहते थे। इस दौरान एक आरोपित सवारी की जेब से उसका पर्स निकाल लेता था। आरोपितों के पास से बरामद हुए एटीएम कार्ड को उनके बैंक में जाकर पुलिस उनके मालिकों का पता लगाएगी।

एक साल से गिरोह सक्रिय, एक आरोपित भगोड़ा दो जमानत पर

पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक उक्त गिरोह पिछले एक साल से शहर और देहात में सक्रिय है। आरोपित तरलोचन सिंह, हरजिंदर सिंह और हरजीत सिंह के खिलाफ 2017 में थाना रामामंडी में ठगी का केस दर्ज हुआ था। मामले में चौथा आरोपित कोर्ट से बरी हो चुका था। तरलोचन और हरजिंदर जेल से जमानत पर बाहर आए हुए हैं। जबकि हरजीत सिंह मामले में कोर्ट से भगोड़ा घोषित हो चुका है।

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