यूपी, बिहार से पंजाब पहुंच रहा धान, आढ़ती व शेलर मालिक ऐसे कर रहे दोगुनी कमाई

यूपी व बिहार से धान पंजाब में पहुंच रहा है। इससे आढ़ती व शैलर मालिक लाखों की कमाई कर रहे हैं। दरअसल वहां धान एमएसपी से आधे रेट पर खरीदा जाता है और फिर उसे पंजाब में बेच दिया जाता है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 10:01 AM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 10:01 AM (IST)
यूपी, बिहार से पंजाब पहुंच रहा धान, आढ़ती व शेलर मालिक ऐसे कर रहे दोगुनी कमाई
यूपी, बिहार से खरीदकर लाई गई धान के ट्रक। जागरण

जेएनएन, जालंधर। उत्तर प्रदेश और बिहार से कम दाम में धान खरीदकर पंजाब लाने का सिलसिला जारी है। लंबे समय से आढ़ती व शेलर मालिकों का यह खेल चल रहा है। वह इससे दोगुना कमाई कर रहे हैं। दरअसल, आढ़ती और शैलर मालिक उत्तर प्रदेश और बिहार से 900 से 1000 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदकर पंजाब लाते हैं। प्रति क्विंटल धान लाने में मात्र 150 से 200 रुपये खर्च आता है। इस धान को आढ़ती व शैलर अपने पास स्टोर कर लेते हैं। बाद में सरकार को फर्जी बिल तैयार कर पंजाब में खरीदा धान बताकर न्यूनतम समर्थन मूल्य 1888 रुपये प्रति क्विंटल सरकार से वसूल लेते हैं।

पुलिस ने सोमवार को पटियाला, बठिंडा, अबोहर और मोगा में धान से लदे 21 ट्रक पकड़े हैं और 13 केस दर्ज किए गए हैं। पुलिस के अनुसार पकड़े गए अधिकतर ट्रक शैलर मालिकों और आढ़तियों ने मंगवाए हैं, जबकि अबोहर में राजस्थान के हनुमानगढ़ के दो किसान मंडी में धान बेचने आए थे। हजारों क्विंटल धान के फर्जी बिल तैयार कर इसे पंजाब में खरीदा धान बताया जाएगा और सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य वसूल कर लिया जाएगा। इस गोलमाल से आढ़ती और शैलर मालिक मोटा मुनाफा कमाएंगे, जबकि किसानों के हाथ कुछ नहीं आएगा। उत्तर प्रदेश व बिहार के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा और पंजाब में किसानों की धान की बिक्री प्रभावित होगी।

फाजिल्का के जलालाबाद में किसानों ने उत्तर प्रदेश से लाई बासमती के 11 ट्रक टोल प्लाजा पर रोक रखे हैं। शैलर मालिकों का कहना है कि पंजाब में परमल की सरकारी खरीद होती है, जबकि वह बासमती कहीं से भी खरीद सकते हैं। वहीं, अमृतसर में भी किसानों ने बाहरी राज्यों से लाए गए धान के सात ट्रक टोल प्लाजा पर रोक रखे हैं। इन मामले में अब तक केस दर्ज नहीं हुआ है।

फर्जी फर्म के दस्तावेज

पटियाला के थाना जुलका पुलिस ने पटियाला के गांव शंकरपुर के अमरीक सिंह को धान से लदे ट्रक के साथ पकड़ा है। आरोपित ने पंजाब फूड एंड पोल्ट्री प्रोडक्ट्स कपूरथला नाम की फर्म के बिल व अन्य दस्तावेज दिखाए। जांच में पता चला कि कपूरथला में इस नाम की कोई फर्म पंजीकृत ही नहीं है।

अमृतसर व खन्ना की फर्मों ने मंगवाया

फतेहगढ़ साहिब में दो दिन पहले पकड़े गए पांच ट्रकों की छानबीन में सामने आया है कि 138 टन धान खन्ना की दो और अमृतसर के मानांवाला की दो फर्मों ने मंगवाया था।

आढ़ती की मिलीभगत

धान से लदे ट्रक के साथ पटियाला पुलिस ने सहारनपुर के गांव लोहरगवा जैतीपुर के सताना सिंह और गांव कुमाडाडा के ड्राइवर गुरसेवक सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि यह लोग उत्तर प्रदेश से कम कीमत में खरीदा धान आढ़ती की मिलीभगत से पटियाला की दित्तूपुर मंडी में इसे बेचने वाले थे। आढ़ती किसान के नाम पर फर्जी जे फार्म मुहैया करवा देते हैं।

इसलिए धोखाधड़ी व षडय़ंत्र का केस

पटियाला की थाना पसियाणा चार अज्ञात लोग और थाना शंभू पुलिस ने भी चार मामलों में पांच लोगों को नामजद किया है। आरोपितों में मोगा जिले के गांव दातेवाला गुरदीप सिंह, गांव मनावा का कुलजीत सिंह, फिरोजपुर जिले के गांव बेब बडाला का गुरप्रीत सिंह, गांव असमानवाला के महिंदर सिंह और तरनतारन जिले के हरीके पत्तन के ड्राइवर परमजीत सिंह के नाम शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपित इस धान को यहां फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेचेंगे और फिर फर्जी बिल तैयार करेंगे, इसलिए इन पर धोखाधड़ी और आपराधिक षडय़ंत्र का केस दर्ज किया जा रहा है।

हजारों क्विंटल धान पहुंच रहा पंजाब

एक बड़े ट्रक में करीब 15 से 16 टन धान लोड होता है। पंजाब के कई हिस्सों रोजाना बाहरी राज्यों से धान के ट्रक लाए जा रहे हैं। हजारों क्विंटल धान बाहर से आ रहा है। इससे यहां किसान प्रभावित होंगे।

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