मरीजों को सेवा में दिन रात जुटे हैं डॉ. कश्मीरी लाल

कोरोना वायरस को हराने के लिए हर शख्स अपना योगदान दे रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Apr 2020 07:03 PM (IST) Updated:Mon, 06 Apr 2020 06:08 AM (IST)
मरीजों को सेवा में दिन रात जुटे हैं डॉ. कश्मीरी लाल
मरीजों को सेवा में दिन रात जुटे हैं डॉ. कश्मीरी लाल

जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना वायरस को हराने के लिए हर शख्स अपना योगदान दे रहा है। जहां लोग अपने अपने घरों में बंद हैं वहीं डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ दिन रात मरीजों की सेवा में जुटकर अपना योगदान दे रहे हैं। इनमें सिविल अस्पताल के एसएमओ व कोरोना वायरस को हराने के लिए चल रही जंग के नोडल अफसर डॉ. कश्मीरी लाल भी शामिल हैं। डॉ. कश्मीरी लाल कहते हैं कि पिछले 25 दिन से जिदगी इतनी ज्यादा व्यस्त हो गई है कि घर परिवार सब कुछ भूल गए हैं।

डॉ. कश्मीरी का कहना है कि सुबह की सैर बिल्कुल बंद हो चुकी है। इन दिनों ब्रेकफास्ट भी जल्दबाजी में हो रहा है। दोपहर में खाने का समय नही लगता केवल चाय और हल्के स्नैक्स से गुजारा हो रहा है। रात को भी खाने का कोई निर्धारित समय नही रहा।

डॉ. कश्मीरी लाल छुट्टी के दिन भी अस्पताल पहुंचकर मरीजों की सेवा करने में जुटे हैं। तबीयत ठीक ना होने के बावजूद सुबह पांच बजे उठते हैं और रात को एक डेढ़ बजे तक मरीजों को सही ढंग से स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करने के लिए सामान और स्टाफ की तैनाती करने में जुटे रहते हैं। पूरा दिन मोबाइल पर जिला प्रशासन, पुलिस व विभाग के आला अधिकारियों के साथ तालमेल में लगे रहते हैं। डॉ. कश्मीरी कहते हैं कि सेहत खराब होने पर करीब एक महीने की छुट्टी ली थी लेकिन कोरोना को हराने के लिए वो छुट्टी खत्म होने से पहले ही ड्यूटी पर लौट आए। स्वाइन फ्लू के खिलाफ जंग जीतने पर उन्हें स्टेट और जिला स्तरीय अवार्ड भी मिल चुका है। नौ माह की बच्ची को छोड़ लोगों की सेवा में जुटी एसआइ सुरिंदर कौर

जासं, जालंधर : सब इंस्पेक्टर सुरिदर कौर घर में अपनी दूध पीती नौ माह की बच्ची को छोड़कर रोजाना देर रात तक कोरोना वायरस के कारण जारी क‌र्फ्यू में लोगों की सुरक्षा में लगी हुई हैं। हर मां चाहती है कि इस समय अपने बच्चे का खास ध्यान रखा जाए। अपने परिवार को इस संक्रमण से बचाया जाए। लेकिन सुरिंदर कौर अपने शहर वासियों के लिए सोचती है। उनका कहना है कि हर मां की तरह मेरा भी मन करता है कि इस समय अपनी नन्हीं सी जान को कलेजे से लगाकर रखूं और हर समय उसके पास रहूं। लेकिन सबसे पहले मेरे लिए मेरा देश है। सुरिंदर कौर बीएमसी चौक पर अपनी ड्यूटी एक योद्धा की तरह निभा रही हैं। वह कहती हैं कि हम अपने घर परिवार से दूर रहकर आपकी सुरक्षा कर रहे हैं क्योंकि आप सुरक्षित रहें। इसलिए आपकी भी ये ड्यूटी है कि आप अपने घरों में रहकर हमारा साथ दें।

chat bot
आपका साथी