Paytm KYC के बहाने डाउनलोड करवाया एप, फ‍िर मोबाइल हैक कर निकाल लिए एक लाख 80 हजार रुपये

ऑनलाइन ठगी का पिछले एक हफ्ते में यह तीसरा मामला सामने आ चुका है। पिछले दो मामलों में भी पुलिस शिकायत लेने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं कर सकी।

By Sat PaulEdited By: Publish:Mon, 06 Jan 2020 08:32 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jan 2020 09:03 AM (IST)
Paytm KYC के बहाने डाउनलोड करवाया एप, फ‍िर मोबाइल हैक कर निकाल लिए एक लाख 80 हजार रुपये
Paytm KYC के बहाने डाउनलोड करवाया एप, फ‍िर मोबाइल हैक कर निकाल लिए एक लाख 80 हजार रुपये

जालंधर, जेएनएन। पेटीएम केवाईसी के बहाने ठगों ने रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला के टेक्निशियन से 1.80 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी कर ली। यह ठगी उनके तीन क्रेडिट कार्ड के नंबर भरवाकर की गई। पीड़‍ित ने थाना चार में शिकायत दर्ज करवाई है। ऑनलाइन ठगी का पिछले एक हफ्ते में यह तीसरा मामला सामने आ चुका है। पिछले दो मामलों में भी पुलिस शिकायत लेने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं कर सकी।

आरसीएफ में टेक्निशियन नया बाजार के रहने वाले दिनेश जौली ने बताया कि रविवार सुबह उनके पास एक मैसेज आया कि उनका पेटीएम केवाईसी सस्पेंड कर दिया गया है। 24 घंटे में उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया जाएगा। यह पढ़ उन्होंने मैसेज के साथ आए नंबर पर कॉल की लेकिन फोन नहीं लगा। थोड़ी ही देर में उन्हें दूसरी तरफ से कॉल आई और उसने खुद को पेटीएम का अधिकारी बताया। उसने कहा कि आपकी केवाईसी और फास्टैग के लिए रिक्वेस्ट आई है।

थोड़ी देर की बातचीत के बाद उसने उन्हें अपने फोन में क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड करने को कहा। उनके पास आईफोन था, इसलिए उसमें एप डाउनलोड नहीं हो रहा था। उसने कहा कि वो किसी एंड्रायड मोबाइल में इसे डाउनलोड करे। उन्होंने दूसरे मोबाइल में एप डाउनलोड कर लिया। फिर ठग ने उसे कहा कि पेटीएम के अकाउंट में एक रुपया एड करें। उन्होंने पहले एक्सिस बैंक के कार्ड से एक रुपया एड किया, लेकिन वो एड नहीं हुआ।

फिर उसने दूसरे कार्ड से करने को कहा तो उन्होंने आरबीएल बैंक के क्रेडिट कार्ड से एक रुपया ट्रांसफर किया लेकिन फिर पैसा ट्रांसफर नहीं हुआ। फिर एचडीएफसी बैंक के कार्ड से पैसा ट्रांसफर किया, लेकिन वो भी नहीं हुआ। इस दौरान ठग ने उनका मोबाइल हैक कर लिया और कार्ड के नंबर, कोड आदि से जुड़ी सभी जानकारियां उसने देख ली। इसके तुरंत बाद ही उनके मोबाइल नंबर पर पैसे कटने के मैसेज आने शुरू हो गए। इसमें एक्सिस बैंक से 49 हजार, आरबीएल बैंक से 1,04,075 रुपये और एचडीएफसी बैंक से 30 हजार रुपये निकाल लिए गए। उनके पेटीएम में पड़े 671 रुपये भी ठग ने निकाल लिए।

दोबारा फिर ठगी की कोशिश

बैंक से पैसे कटने के मैसेज आते ही वह चौंक गए। उन्होंने तुरंत उससे संपर्क किया तो उसने कहा कि पैसे उनके खाते में वापस आ जाएंगे। अब उन्हें क्रेडिट कार्ड के बजाय डेबिट यानि एटीएम कार्ड से एक रुपया ट्रांसफर करना होगा। तब तक उन्हें समझ आ चुका था कि उनके साथ ठगी हो गई। जब उन्होंने इसके बारे में पूछा तो जिस फोन नंबर पर उनकी बात हो रही थी, वो स्विच ऑफ हो गया।

पहले आए ये दो मामले

इससे पहले माई हीरा गेट के पास सचदेवा क्लॉथ हाउस चलाने वाले जसविंदर पाल सिंह से भी इसी तरह 40 हजार की ठगी हो चुकी है। उनका पेटीएम केवाईसी के बहाने क्विक सपोर्ट मोबाइल एप डाउनलोड कराया गया और दस रुपये ट्रांसफर करने को कहा गया। जिसके बाद उनके खाते से पैसे निकाल लिए गए। इसके बाद सुराज गंज की रहने वाली सीमा अरोड़ा के अकाउंट से ठगों ने शिकायत दर्ज करने के बहाने 39 हजार रुपये ठग लिए थे।

ऐसे रहें सतर्क

ऑनलाइन ठगी के लगातार बढ़ रहे मामलों से बचने के लिए खुद ही सतर्क रहें। अगर किसी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल के बाद कोई मोबाइल एप या खासकर क्विक सपोर्ट डाउनलोड करने को कहा जाता है तो तुरंत सतर्क हो जाएं, यह ठगी का जरिया है। वहीं अगर आपको किसी बैंक या कंपनी के हेल्पलाइन या कस्टमर केयर नंबर की जरूरत पड़े तो सीधे गूगल पर सर्च कर न ढूंढे। असल में हैकर्स ने गूगल पर ऐसे ढेरों गलत हेल्पलाइन नंबर डाले हुए हैं। जब भी जरूरी तो तो संबंधित बैंक या कंपनी की अधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल एप से ही हेल्पलाइन नंबर देखें। किसी को भी फोन पर या किसी एप पर अपने डेबिट यानि एटीएम या क्रेडिट कार्ड का नंबर या अन्य ब्यौरा न दें।

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