जालंधर में सिविल अस्पताल की सभी सेवाएं ईएसआई अस्पताल में शिफ्ट, सिर्फ इमरजेंसी सर्जरी होगी

जालंधर में कोरोना के मरीजों की लगातार संख्या बढ़ने के साथ ही सेहत विभाग अलर्ट हो गया। कोरोना के लेवल-2 व लेवल -3 के मरीजों के इलाज के लिए सिविल अस्पताल को कोरोना केयर अस्पताल में तब्दील कर दिया गया।

By Edited By: Publish:Mon, 08 Mar 2021 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 08 Mar 2021 07:00 AM (IST)
जालंधर में सिविल अस्पताल की सभी सेवाएं ईएसआई अस्पताल में शिफ्ट, सिर्फ इमरजेंसी सर्जरी होगी
जालंधर के सिविल अस्पताल को कोरोना केयर अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है।

जालंधर, जेएनएन। कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के साथ ही सेहत विभाग अलर्ट हो गया है। कोरोना के लेवल-2 व लेवल -3 के मरीजों के इलाज के लिए सिविल अस्पताल को कोरोना केयर अस्पताल में तब्दील कर दिया गया। ओपीडी से लेकर इमरजेंसी की सभी सेवाएं सिविल के साथ सटे ईएसआई अस्पताल में शिफ्ट कर दी गई। सोमवार से ईएसआई में ही रूटीन ओपीडी चलेगी। इमरजेंसी केस भी यहीं देखे जाएंगे। फिलहाल सभी प्रकार की प्लानड सर्जरी पर रोक लगा दी गई। सिर्फ इमरजेंसी केसों में ही सर्जरी होगी।

पिछले साल कोरोना की दस्तक के बाद 25 मार्च को सिविल अस्पताल की सेवाओं को ईएसआई अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। 12 अक्टूबर को कोरोना के मरीजों की संख्या कम होने के बाद सिविल अस्पताल को सामान्य मरीजों के लिए शुरू किया गया लेकिन लापरवाही व कोरोना केस बढ़ने के कारण दोबारा से शिफ्टिंग करनी पड़ीं।

सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. परमिंदर कौर का कहना है कि रविवार दोपहर के बाद इमरजेंसी सेवाएं ईएसआई अस्पताल में शिफ्ट कर दी गई हैं। अन्य सुविधाएं भी सोमवार सुबह से ईएसआई अस्पताल में शुरू होंगी। सिविल अस्पताल में केवल कोरोना के मरीज देखे जाएंगे। सिविल अस्पताल में आपरेशन थियेटर भी बंद कर दिया गया। केवल इमरजेंसी आपरेशन ईएसआई अस्पताल में किए जाएंगे। सोमवार से ईएसआई अस्पताल में ओपीडी, इमरजेंसी व अन्य स्वास्थ्य सेवाएं शुरू हो जाएंगी। सिविल में जच्चा बच्चा सेंटर, कोरोना वैक्सीन लगाने व माडल नशा छड़ाओ केंद्र की सुविधाएं मिलेगी।

उधर ईएसआई अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. सुधा शर्मा ने बताया कि ओपीडी के लिए एक कांप्लेक्स दे दिया है। इमरजेंसी वार्ड में बेड की क्षमता बढ़ा दी है। मरीजों को दाखिल करने के लिए वार्डों में व्यवस्था शुरू करवा दी है। ईएसआई अस्पताल की ओर से पूर्ण सहयोग दिया जाएगा।

सिविल अस्पताल में रोजाना ओपीडी- 850, इमरजेंसी- 110, दाखिल होने वाले मरीज 90

ज्यादातर मरीजों को मिली छुट्टी, कुछेक ईएसआई शिफ्ट किए

कोरोना मरीजों के लिए ट्रामा सेंटर व मुख्य इमारत की तीसरी मंजिल पर लेवल-3 मरीजों के लिए 28 बेड की क्षमता वाला आईसीयू तैयार करवा दिया है। लेवल-2 मरीजों के लिए 70 बेड की व्यवस्था की गई है। अस्पताल में दाखिल ज्यादातर मरीजों को छुट्टी कर दी गई और कुछ मरीजों को ईएसआई अस्पताल में शिफ्ट करवाया गया है। अस्पताल की ओर से वार्डों में स्टाफ की तैनाती भी कर दी है।

आसान नहीं दो अस्पतालों की राह

पिछले साल क‌र्फ्यू लगने के कारण सड़क हादसों व लड़ाई-झगड़ों में घायल होने वालों की संख्या काफी कम थी। इस बार सिर्फ नाइट क‌र्फ्यू है, ऐसे में इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ेगी और ईएसआई अस्पताल में बेड क्षमता कम होने से मरीजों व डाक्टरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। अन्य गंभीर बीमारियों के मरीजों को भी दाखिल होने परेशानी हो सकती है। दो जगह स्वास्थ्य सेवाएं चलने व स्टाफ की किल्लत की वजह से मरीजों को खासी परेशानियों से जूझना पड़ेगा।

मरीज खुद ही व्हीलचेयर पर समान रख पहुंचा ईएसआई

रविवार को सिविल अस्पताल से मरीजों को ईएसआई अस्पताल में शिफ्ट किया गया। इस दौरान मरीज खुद व्हीलचेयर पर अपना बिस्तर और समान रख कर ईएसआई अस्पताल पहुंचा। अटारी बाजार में रहने वाले मदन लाल ने बताया कि वह इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती हुए थे। उन्हें रविवार को ईएसआई अस्पताल में जाने की बात कही गई। कोई और साधन नही मिला, इसलिए वहां पड़ी व्हीलचेयर पर ही समान लेकर पहुंच गए। उनके साथ उनकी पत्नी थी।

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