तीन साल बाद आरटीए क्लर्क के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज

आरटीए विभाग में तैनात क्लर्क रणजीत एवेन्यू निवासी अमृतपाल सिंह के खिलाफ तीन साल बाद ठगी का मामला दर्ज किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 08:17 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 08:17 PM (IST)
तीन साल बाद आरटीए क्लर्क के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज
तीन साल बाद आरटीए क्लर्क के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज

संवाद सहयोगी, जालंधर

आरटीए विभाग में तैनात क्लर्क रणजीत एवेन्यू निवासी अमृतपाल सिंह के खिलाफ थाना बारादरी में तीन साल चली लंबी जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया गया। आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापामारी कर रही है। जांच में सामने आया कि अमृतपाल ने विटेज नंबर देने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया था और नकली आरसी बना कर लाखों रुपये की ठगी की थी। बताया जा रहा है कि आरोपित अमृतपाल मोहाली में तैनात है और पुलिस उसे जल्द ही गिरफ्तार कर सकती है।

2018 में थाना बारादरी की पुलिस को दी शिकायत में भट्टी ट्रांसपोर्ट के मालिक फतेहगढ़ साहिब के रेलवे रोड, हुमायूंपुर में रहने वाले नरेश कुमार ने बताया कि 2011 में आरटीओ आफिस नहीं बल्कि डीटीओ आफिस होता था। उन्होंने और उनके दो साथियों ने विटेज नंबर लेने के लिए अमृतपाल सिंह से संपर्क किया था। अमृतपाल ने उन तीनों को विटेज नंबर देने के लिए ढाई लाख में सौदा किया। उन्होंने उसे पैसे दे दिए, लेकिन वो न तो विटेज नंबर दे रहा था और न ही पैसे वापस कर रहा था। जब उन्होंने शिकायत दी तो आरोपित ने तीन गाड़ियों के विटेज नंबर और आरसी दे दी। बाद में जांच करवाई तो पता चला कि जो नंबर उनको मिले हैं, वो किसी और की गाड़ी के हैं और आरसी भी नकली है। ऐसे में उन्होंने अमृतपाल सिंह से बात की तो उसने किस्तों में पैसे देने की बात कही। बाद में उसने दो चेक दिए, लेकिन वो बाउंस हो गए। कई सालों तक अमृतपाल उनको किस्तें देने के नाम पर झूठ बोलता रहा, फिर मुकर गया कि उसने कोई पैसे नहीं देना है। पुलिस ने जांच में आरोप सही पाए तो उसने खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। एसीपी हरसिमरत सिंह ने बताया कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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