जालंधर में विज्ञापन टेंडर दो हिस्सों में बंटेगा, निगम को फायदा, माफिया पर नकेल

जालंधर में करीब 50 करोड़ के नुकसान के बाद आखिरकार नगर निगम के विज्ञापन टेंडर को 2 हिस्सों में बांटने का प्रस्ताव पास हो गया है। विज्ञापन एडहाक कमेटी की चेयरपर्सन नीरजा जैन के लिए यह बड़ी सफलता है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 12:51 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 05:31 PM (IST)
जालंधर में विज्ञापन टेंडर दो हिस्सों में बंटेगा, निगम को फायदा, माफिया पर नकेल
जालंधर में निगम 17 बार टेंडर लगा चुका है।

जालंधर, जेएनएन। करीब 50 करोड़ के नुकसान के बाद आखिरकार नगर निगम के विज्ञापन टेंडर को 2 हिस्सों में बांटने का प्रस्ताव पास हो गया है। विज्ञापन एडहाक कमेटी की चेयरपर्सन नीरजा जैन के लिए यह बड़ी सफलता है। वह इसके लिए लगातर प्रयास कर रही थीं। हालांकि वह टेंडर को 4 हिस्सों में बांटना चाहती थी लेकिन कमिश्नर के इस तर्क पर ही सरकार सिर्फ दो हिस्सें में बांटने की मंजूरी देगी, इसके बाद प्रस्ताव पास कर दिया। इससे निगम को सालाना 10 करोड़ आय की उम्मीद है। निगम 17 बार टेंडर लगा चुका है। टेंडर अमांउट 18 करोड़ से कम करके 9 करोड़ कर दी गई है लेकिन कोई कंपनी टेंडर नहीं ले रही थी। अब इसे दो हिस्सों में बांटने से टेंडर सिरे चढऩे की उम्मीद बंध गई है। हाउस में टेंडर को छोटे हिस्सों में बांटने का पार्षद श्वेता धीर, मनमोहन राजू ने स्वागत किया है। पार्षदों ने कहा है कि माडल टाउन जोन के पुराने ठेके में काफी गड़बड़ी है और ठेकेदार पर कार्रवाई होनी चाहिए।

हाउस में नीरजा जैन ने आरोप भी लगाया कि ज्वाइंट कमिश्नर हरचरण सिंह ने एडहाक कमेटी को कई बार गुमराह किया कि सुपरिंटेंडेंट के ना होने पर मीटिंग नहीं हो सकती जबकि आखिरी मीटिंग बिना सुपरिंटेंडेंट के हुई है।

नाराजगी : कमिश्नर ने समरए से कहा-बायोमाइङ्क्षनंग प्रोजेक्ट को मीडिया में उठाना गलत

पार्षद जगदीश समरए ने एक बार फिर वरियाणा डंप के बायोमीङ्क्षनग प्रोजेक्ट का मुद्दा उठाया और कहा कि वह इस स्टैंड पर कायम हैं कि जालंधर का प्रोजेक्ट महंगा है। जालंधर के प्रोजेक्ट में प्रति टन कूड़े के लिए प्रोसेङ्क्षसग फीस 416 रुपये टन तय की गई है जबकि यह अन्य शहरों में करीब 250 रुपये प्रति टन है। समराए ने कहा कि पटियाला में 4.50 लाख 10 क्यूबिक कूड़ा है और जालंधर में करीब आठ लाख क्यूबिक टन कूड़ा है। पटियाला का प्रोजेक्ट 8 करोड़ में बना है और उसी तर्ज पर जालंधर में काम करने पर प्रोजेक्ट की कीमत 16 करोड़ या अधिकतम 20 करोड़ होनी चाहिए। समराए ने कहा कि 41 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट समझ से बाहर है।

चंद्रजीत संधा बोले-निगम लाइब्रेरी को दोबारा शुरू किया जाए, मिला समर्थन

भाजपा पार्षद चंद्रजीत सिंह संधा ने नगर निगम की लाइब्रेरी को दोबारा शुरू करने का महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया। कहा कि नगर निगम लाइब्रेरी की हजारों किताबें डंप की गई हैं। यह कीमती किताबें लोगों तक पहुंचनी चाहिए। लाइब्रेरी को दोबारा शुरू किया जाए। पार्षद सुशील शर्मा ने सुझाव दिया कि उनके वार्ड 2 में सेवा केंद्र के साथ खाली पड़ी बिल्डिंग को लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। लाइब्रेरी का चार्ज किसी सामाजिक संस्था को दिया जा सकता है।

कमिश्नर करनेश शर्मा ने इसका समर्थन करते हुए कहा कि लाइब्रेरी कि 24000 किताबों को सुरक्षित रखवाया है। इसके लिए कई विल्प तलाशे गए लेकिन बात नहीं बनी। इनमें से कई किताबें बेहद ही महत्वपूर्ण है और इसका ज्ञान लोगों तक पहुंचना चाहिए।

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