बिना नक्शा पास करवाए शुरू कर दिया दुकान का निर्माण कार्य
गढ़शंकर कोरोना काल में जहां प्रशासन सरकार के निर्देशानुसार सफाई फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिए लोगों को जागरूक करने में जुटा हुआ है वहीं कुछ लोग इस बात का फायदा उठाते हुए बिना नक्शा पास करवाए निर्माण कार्य करवाने में लगे हुए हैं।
रामपाल भारद्वाज, गढ़शंकर: कोरोना काल में जहां प्रशासन सरकार के निर्देशानुसार सफाई, फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिए लोगों को जागरूक करने में जुटा हुआ है, वहीं कुछ लोग इस बात का फायदा उठाते हुए बिना नक्शा पास करवाए निर्माण कार्य करवाने में लगे हुए हैं। इस अवैध निर्माण की झलक शहर में बिना मंजूरी प्राप्त निर्माण कार्यो को देखकर पता चलती है। इन लोगों को किसी का डर नहीं है, जबकि आम लोग बिना मंजूरी ऐसे निर्माण कार्य करने की हिम्मत नही कर पाते हैं। यह अवैध निर्माणकर्ता नगर कमेटी के पास टैक्स जमा करवाने की जगह सियासी आशीर्वाद से अपने निर्माण कार्य को पूरा कर नगर कमेटी अधिकारियों को बेबस कर रहे हैं। शहर के गंदे नाले के पास शहर के मशहूर वैद्य अपनी दुकान का निर्माण कार्य इसलिए कर रहे हैं कि उन्होंने नगर कमेटी को इस दुकान का निर्माण करने के लिए आवेदन किया हुआ है, जबकि ऑनलाइन आवेदन एक मामूली सी प्रकिया है। ऑनलाइन आवेदन के बाद अपना नक्शा पास करवाना पड़ता है, जिसके बाद निर्माण की इजाजत नगर कमेटी से प्राप्त होती है। शहर में पहले भी अवैध निर्माण कार्य किए गए हैं , जिसके संबंध में नगर कमेटी ने अदालत में उक्त लोगों के विरुद्ध मामले दर्ज करवाए हैं। शहर के लोगों का मानना है कि यह अवैध निर्माण नगर कमेटी के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से हो रहा है। ऐसे लोग निर्माणकर्ता को छुट्टी वाले दिनों में निर्मित कार्य संपूर्ण करने की सलाह देकर अपने कर्तव्य से मुंह फेर लेते हैं, जबकि उन्हें शिकायत मिलने पर उस अवैध निर्माण कार्य को बंद कराना चाहिए। जहां इस दुकान का निर्माण कार्य किया जा रहा है, उस जमीन को सीएलयू यानी चेंज ऑफ लैंड यूज भी नहीं करवाया गया है, जोकि बीस फीट सड़क पर निर्माण कार्य के लिए जरूरी शर्त रखी गई होती है। इस बाबत नगर कमेटी में बिल्डिंग का काम देख रहे कर्मचारी से बात की, तो उन्होंने कहा कि निर्माणकर्ता ने ऑनलाइन आवेदन किया था, जबकि नगर कमेटी के मुख्य अधिकारी ईओ अवतार सेखड़ी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऑनलाइन आवेदन करने से निर्माण कार्य शुरू करने की मंजूरी नहीं मिलती। इसके लिए नक्शा पास कराना जरूरी है और उसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया जा सकता है।