धार्मिक कार्यक्रम के विरोध में एकजुट हुई संस्थाएं

शहर की अलग-अलग धार्मिक संस्थाओं ने डीसी को एक मांगपत्र देकर खुद को शंकराचार्य बताने वाले एक संत के शहर में होने वाले कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Oct 2019 04:32 PM (IST) Updated:Wed, 30 Oct 2019 06:27 AM (IST)
धार्मिक कार्यक्रम के विरोध में एकजुट हुई संस्थाएं
धार्मिक कार्यक्रम के विरोध में एकजुट हुई संस्थाएं

जेएनएन, होशियारपुर : शहर की अलग-अलग धार्मिक संस्थाओं ने डीसी को एक मांगपत्र देकर खुद को शंकराचार्य बताने वाले एक संत के शहर में होने वाले कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की है। संस्थाओं का कहना है कि शहर में कुछ लोगों द्वारा एक कार्यक्रम करवाया जा रहा है, जिसमें खुद को शंकराचार्य बताने वाले एक संत को बुलाया जा रहा है, जोकि सनातन धर्म की मान्यताओं के विपरीत है। क्योंकि सनातन धर्म के अनुसार भगवान आदि शंकराचार्य जी ने 2526 वर्ष पूर्व इस धरती पर अवतार लिया और उन्होंने सनातन धर्म की पुन: स्थापना की। लेकिन कुछ कथित लोग सनातन धर्मियों को भ्रमित करके खुद को सनातन धर्म के सबसे बड़े धर्म गुरु शंकराचार्य होने का प्रचार कर रहे हैं। इस मौके पर राम राज्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष गौरव गर्ग, जिला प्रधान राजिदर मोदगिल, डॉ. बिन्दुसार शुक्ला, सीमा शर्मा, तिलक राज चौहान, निपुण शर्मा, अजय शर्मा, संदीप शर्मा, अमिताभ, निशांत शर्मा, प्रिस, पंकज, कृष्ण, जादू, नंदू, दिव्यांशू, भाविप के सचिव एचके नकड़ा, मास्टर रत्न चंद, रविदर शर्मा, गुरदास, डॉ. रघुनाथ सिंह, राजेश कालिया आदि ने कहा कि आजादी के बाद कुछ साधू वेशधारी राजनीतिक दलों के पिट्ठू बनकर इस धार्मिक मर्यादा को तोड़ने के लिए शंकराचार्य शब्द का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पवित्र स्थल श्रीहरि बावा जी के तपस्थान श्रीहरि बावा मंदिर में नकली शंकराचार्य का 30 एवं 31 अक्तूबर को कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के आयोजन की घोषणा मात्र से ही सनातनियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है तथा ऐसे में धर्मप्रेमियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस कार्यक्रम पर रोक लगाई जाए। शहर की समस्त संस्थाएं इस तथाकथित शंकराचार्य का विरोध करती हैं तथा मांग करती हैं इस कार्यक्रम पर रोक लगाई जाए। अन्यथा समस्त संस्थाओं को संघर्ष का रास्ता अपनाने को विवश होना पड़ेगा। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह और जिला प्रशासन से उक्त कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की। इस संबंधी संस्था सदस्यों ने डीएसपी (सिटी) जगदीश राज अत्री से भी भेंट की और उन्हें इस संबंधी बताया। डीएसपी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे उच्चाधिकारियों के ध्यान में सारा मामला लाएंगे और बनती कार्रवाई अलम में लाई जाएगी।

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