बटाला में सर्राफा कारोबारी की सुसाइड पर उठे सवाल, पुलिस बोली-पोस्टमार्टम खोलेगा सच्चाई

मनोरंजन (28) पुत्र बंगाली माझी मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। 20 वर्ष की उम्र में वह पैसे कमाने के लिए बटाला आया था। उसके भांजे समर ने बताया कि उसे कोई परेशानी नहीं थी। मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 02:00 PM (IST) Updated:Thu, 19 Nov 2020 02:00 PM (IST)
बटाला में सर्राफा कारोबारी की सुसाइड पर उठे सवाल, पुलिस बोली-पोस्टमार्टम खोलेगा सच्चाई
28 साल का मनोरंजन सुनार था और आठ साल से बटाला में रह रहा था। (जागरण)

बटाला (गुरदासपुर), जेएनएन। यहां सुनार का काम करने वाले एक युवक ने संदिग्ध हालात में फंदा लगाकर जीवन-लीला समाप्त कर ली। मनोरंजन (28) पुत्र बंगाली माझी मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। 20 वर्ष की उम्र में वह पैसे कमाने के लिए बटाला आया था। उसे यहां के सुनार बाजार में रहते आठ वर्ष हो चुके हैं। सर्राफा का काम वह घर से करता था। केस के जांच अधिकारी एएसआइ बलजीत सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता नहीं चला है। बयान दर्जकर बनती कानूनी कारवाइ कर दी गइ। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ होगा कि मौत के पीछे क्या कारण रहे हैं।

पुलिस को दिए बयान में उसके भांजे समर ने बताया कि वे दोनों बटाला में खुशगवार तरीके से अपनी जिंदगी व्यतीत कर रहे थे। उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं थी। अभी तक मामा ने शादी नहीं की थी। मोहित बूत, डाकखाना नवांकुंड, पुलिस स्टेशन दमजू, जिला हारो, (पश्चिम-बंगाल) में रहते परिजन उनकी शादी के लिए लड़की ढूंढ रहे थे। वीरवार सुबह जब वह मामा के पास पहुंचा तो उन्होंने भीतर से दरवाजा नहीं खोला। उसे शक हुआ तो दरवाजा को तोड़ दिया। भीतर देखा तो मामा का शव रस्सी के फंदे से लटका रहा था।

हादसा वीरवार सुबह 11 बजे के करीब का है। सूचना मिलने पर थाना सिटी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने 174 की कारवाइ करते शव को अपने कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल (बटाला) की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया। इस बात की जानकारी थाना सिटी के एएसआइ बलजीत सिंह ने दी।

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