सुखबीर, मजीठिया समेत कई नेताओं पर होगी कार्रवाई, CMO ने DGP को दिए निर्देश

पिछले दो साल से पंजाब के विभिन्न थानों में नामजद विधायकों व सांसदों के खिलाफ दर्ज मामलों में कार्रवाई न होने पर मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने कड़ा संज्ञान लिया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 02 Aug 2019 03:30 PM (IST) Updated:Sat, 03 Aug 2019 08:46 AM (IST)
सुखबीर, मजीठिया समेत कई नेताओं पर होगी कार्रवाई, CMO ने DGP को दिए निर्देश
सुखबीर, मजीठिया समेत कई नेताओं पर होगी कार्रवाई, CMO ने DGP को दिए निर्देश

बटाला [विनय कोछड़]। पिछले दो साल से पंजाब के विभिन्न थानों में नामजद विधायकों और सांसदों के खिलाफ दर्ज मामलों में कार्रवाई न होने पर CMO ने कड़ा संज्ञान लिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने DGP को E-mail भेजकर जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के बाद सुखबीर सिंह बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया, पूर्व सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, पूर्व मंत्री गुलजार सिंह रणीके सहित सहित कई विधायकों, सांसदों और नेताओं पर कार्रवाई होगी।

छह जिलों में दर्ज हैं मामले

फिरोजपुर के मक्खू, अमृतसर ग्रामीण के ब्यास, नवांशहर के थाना सिटी, पठानकोट के थाना सुजानपुर, होशियारपुर के थाना टांडा, थाना सदर, जालंधर ग्रामीण के लोहियां, कपूरथला के तलवंडी चौधरियां, कपूरथला के ढिलवां, तरनतारन के सदर पट्टी में इन नेताओं के खिलाफ केस दर्ज हैं।

तीन RTI कार्यकर्ताओं ने लिखा था पत्र

तीन RTI कार्यकर्ताओं कुलविंदर सिंह खैहरा (लुधियाना), अमरजीत सिंह मान (संगरूर), परविंदर सिंह (नवांशहर) ने मुख्यमंत्री, चुनाव आयोग पंजाब और विधानसभा स्पीकर को पत्र लिखा था, जिसमें बताया था कि आठ दिसंबर 2017 को पंजाब के विभिन्न शहरों में यातायात बाधित किया गया था, जिससे लोगों को दिक्कतों से जूझना पड़ा था। इसी पत्र के आधार पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने मामलों में कार्रवाई के लिए कहा है।

RTI में मिला था यह जवाब

अलग-अलग थानों में दर्ज मामलों की स्टेटस रिपोर्ट पर जब RTI के माध्यम से सूचना मांगी गई तो सभी का एक ही जैसा जवाब आया कि पुलिस को अभी तक यह माननीय नहीं मिले हैं और वह उनको ढूंढ रही है। RTI कार्यकर्ता कुलदीप खैहरा ने बताया कि उन्होंने अब विधानसभा स्पीकर को शिकायत दी है कि विधानसभा में कई विधायक ऐसे हैं, जिन्हें पुलिस ढूंढ रही है, इसलिए वह उन विधायकों को पुलिस को पकड़वाने में मदद करें।

'दैनिक जागरण' ने उठाया था मामला

दैनिक जागरण ने 31 जुलाई के अंक में ‘पुलिस को ढूंढने पर भी नहीं मिल रहे विधायक व सांसद’ शीर्षक से खबर प्रकाशित कर इस मामले को उठाया था। वर्ष 2017 में कई शहरों और कस्बों में यातायात बाधित करने पर शिअद के अध्यक्ष और फिरोजपुर के सांसद सुखबीर सिंह बादल, विधायक व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया, पूर्व सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, पूर्व मंत्री गुलजार सिंह रणीके पर केस दर्ज किए गए थे।

इसके अलावा पूर्व विधायक मलकीत सिंह, विधायक लखबीर सिंह लोधीनंगल, पूर्व विधायक देशराज, पूर्व मंत्री अजीत सिंह कोहाड़, विधायक गुरप्रताप सिंह, विधायक बलदेव सिंह खैहरा सहित कई और अकाली नेताओं के खिलाफ छह जिलों के दस थानों में केस दर्ज किए गए थे। अब तक किसी भी मामले में चार्जशीट भी फाइल नहीं की गई। विधायक और सांसद इस दौरान कई जनसभाओं और राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल हुए, लेकिन पुलिस उन्हें तलाश नहीं कर पाई। यहां तक कि लोकसभा चुनाव में भी इन नेताओं ने खूब प्रचार किया, लेकिन पुलिस को ये नेता नहीं दिखे। जिस एफआइआर पर पुलिस को 24 घंटे में कार्रवाई करनी होती है उस पर सालों बाद भी कुछ नहीं हुआ।

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