पेट्रोल पंप से पिस्तौल दिखा नकाबपोशों ने लूटे 15 हजार

लक्खोके बहिराम के गांव गुदड़ ढंडी में पेट्रोल पंप पर तीन बाइक सवार लुटेरे पिस्तौल के बल पर मैनेजर और सेल्ममैन से 15 हजार तीन सौ रुपये लूटकर फरार हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Jun 2021 10:48 PM (IST) Updated:Wed, 02 Jun 2021 10:48 PM (IST)
पेट्रोल पंप से पिस्तौल दिखा नकाबपोशों ने लूटे 15 हजार
पेट्रोल पंप से पिस्तौल दिखा नकाबपोशों ने लूटे 15 हजार

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : लक्खोके बहिराम के गांव गुदड़ ढंडी में पेट्रोल पंप पर तीन बाइक सवार लुटेरे पिस्तौल के बल पर मैनेजर और सेल्ममैन से 15 हजार तीन सौ रुपये लूटकर फरार हो गए। नकाबपोश बाइक सवारों ने पहले सेल्समैन को 800 रुपये का पेट्रोल भरने को कहा। सेल्समैन पेट्रोल भर ही रहा था कि दो लुटेरे आफिस के अंदर घुस गए और मैनेजर को पिस्तौल दिखा कर कैश निकालने को कहा। बाद में उन्होने सेल्समैन से भी आठ हजार रुपये छीन लिए। वारदात पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है। थाना लक्खोके बहिराम में तीन अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है ।जांच अधिकारी सुखचैन सिंह ने कहा जल्द दी आरोपितों का सुराग लग जाएगा।

अनमोल फिलिग स्टेशन पर नाइट ड्यूटी दे रहे गुरप्रीत सिंह ने बताया कि सोमवार रात को उनके साथ सेल्समैन रविदर और मैनेजर बिक्रम सिंह नाइट ड्यूटी पर थे। रात करीब नौ बजे बिना नंबर की बाइक पर तीन युवक आए और बाइक में 800 रुपये का पेट्रोल डालने को कहा। वे पेट्रोल डाल ही रहे थे कि दो युवक मैनेजर के आफिस की ओर बढ़े। उसने सोचा शायद पेमेंट के लिए कार्ड स्वाइप कराने गए होंगे। इतने में उन्होंने पिस्तौल निकाल ली। इसके बाद लुटेरे वापस उसके पास आए और पिस्तौल दिखा कर जेब से आठ हजार रुपये निकाल लिए। बाद में तीनों बाइक पर सवार होकर जलालाबाद की तरफ भाग गए। गुरप्रीत ने कहा बाद में पता चला आरोपित दूसरे सेल्समैन को पिस्तौल दिखा कर 73 सौ रुपए ले गए। आरोपित फिरोजपुर की तरफ से आए थे और मुंह कपड़े से ढके हुए थे। जांच अधिकारी सुखचैन सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है आरोपितों को जल्द हिरासत में लिया जाएगा। पैसों से पहले सेल्समैन से मांगा मोबाइल

सेल्समैन गुरप्रीत सिंह की जेब से पैसे निकालते हुए आरोपितों ने उससे मोबाइल भी मांगा। उसका मोबाइल पंप के आफिस में रखा था जिस कारण आरोपित मोबाइल नहीं ले कर जा सके। आरोपितों में एक लंबी हाइट का तो दूसरा मध्यम था, तीसरा आरोपित थोड़ा अधिक वजन का था। पुलिस को शिकायतकर्ता ने पूरा ब्योरा दे दिया है।

बिना नंबर के वाहन बने परेशानी

इससे पहले भी अन्य वारदातों में बिना नंबर के वाहनों का इस्तेमाल होता रहा है। बावजूद इसके जिला पुलिस बिना नंबरों के वाहनों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रही।

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