कृषि कानून के विरोध में भाजपा के दो मंडल प्रधान सहित प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने दिया इस्तीफा

कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये से परेशान होकर भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सहित दो मंडल प्रधान व अन्य कार्यकर्ताओं ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Dec 2020 05:01 PM (IST) Updated:Fri, 18 Dec 2020 05:15 AM (IST)
कृषि कानून के विरोध में भाजपा के दो मंडल प्रधान सहित प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने दिया इस्तीफा
कृषि कानून के विरोध में भाजपा के दो मंडल प्रधान सहित प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने दिया इस्तीफा

संवाद सूत्र, फिरोजपुर : कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये से परेशान होकर भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सहित दो मंडल प्रधान व अन्य कार्यकर्ताओं ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की। वीरवार को भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश सचिव व कार्यकारिणी सदस्य सुरजीत सिंह सदरदीन ने कहा, अढ़ाई माह से पार्टी में आवाज उठा रहे हैं कि तीनो कृषि कानूनों को रद किया जाए। लेकिन, उनकी बिल्कुल सुनवाई नही हो रही। वह प्रदेश कमेटी में भी यह मांग कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि 22 दिन से कड़कती ठंड में दिल्ली धरने पर बैठे किसानो की मांग की तरफ जहां केंद्र सरकार ध्यान नहीं दे रही तो वहीं सड़क हादसे में अन्नदाता के मरने की खबर से दिल पर गहरा धक्का लग रहा है, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का विचार बनाया। उनके साथ ममदोट मंडल के प्रधान गुरदेव धवन, फिरोजशाह मंडल के प्रधान गुरप्रीत सिंह पतली, फिरोजशाह मंडल के महामंत्री हरप्रीत सिंह, उपाध्यक्ष बूटा सिंह, रेशम सिंह, पूर्व सरपंच बलजीत सिंह, ममदोट मंडल के महामंत्री लवप्रीत सिंह, उपाध्यक्ष जुगराज सिंह, किसान मोर्चा के पूर्व महासचिव हरदेव सिंह ने पार्टी छोड़ने का एलान किया।

किसानों के साथ धोखा कर रही है मोदी सरकार : सुरजीत

सुरजीत सिंह सदरदीन ने आरोप लगाया कि जब केंद्र में यूपीए सरकार थी तो भाजपा द्वारा किसान संसद लगाकर किसानों के हितो में वादे किए जाते थे। लेकिन, अब किसानों के साथ मोदी सरकार धोखा कर रही है। पूरे देश को गुजराती माडल सोच के साथ चलाने की कोशिश की जा रही है। सदरदीन सिंह ने कहा कि 1991 में भाजपा ज्वाइंन की थी और 30 साल तक पार्टी की सेवा के बावजूद उन्हें कोई सम्मान नहीं मिला। इससे पहले कंटोनमेंट क्षेत्र में भाजपा समर्थित पार्षद जोरा सिंह ने भी टीम के साथ कृषि कानून के विरोध में इस्तीफा देने की घोषणा की थी। भाजपा जिलाध्यक्ष सुरिद्र सिंह का कहना है, अभी तक किसी का भी इस्तीफा लिखित में नहीं आया है।

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